पटना: बिहार में एक तरफ कोरोना संक्रमित के मामले बढ़ रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ है जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) और एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के मामले भी सामने आने शुरू हो गए हैं. इसको लेकर सीएम नीतीश ने एक अन्ने मार्ग से समीक्षा बैठक की. सीएम नीतीश ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बीमारी से संबंधित जिलों के डीएम से रिपोर्ट ली और कई निर्देश दिए.
JE-AES को लेकर CM नीतीश ने की बैठक, मुजफ्फरपुर में जल्द 100 बेड का ICU बनाने का निर्देश - latest news
कोरोना संक्रमित मरीज के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं. वहीं, पिछले साल मुजफ्फरपुर में बड़ी संख्या में बच्चों की मौत हुई थी और बिहार सरकार की काफी किरकिरी पूरे देश में हुई थी. उस समय मुख्यमंत्री ने 100 बेड का आईसीयू अस्पताल बनाने का निर्देश दिया था लेकिन अब तक बनकर तैयार नहीं हुआ है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को उच्चस्तरीय समीक्षा में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को 100 बेड आईसीयू का हॉस्पिटल जल्द से जल्द तैयार करने का निर्देश दिया. अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि अप्रैल तक 70 बेड आईसीयू का हॉस्पिटल तैयार हो जाएगा. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री ने कई जिलों के डीएम से रिपोर्ट ली और जापानी इंसेफेलाइटिस के साथ एईएस को लेकर सतर्क रहने और पहले से तय गाइडलाइन के अनुसार काम करने का निर्देश दिया.
चमकी बुखार को लेकर नीतीश कुमार सक्रिय
अप्रैल से लेकर जुलाई तक एईएस का हर साल प्रकोप रहता है. इस बीमारी से बड़ी संख्या में बच्चों की मौत होती रही है. इस बार सरकार की तरफ के तरफ से लगातार मुख्यमंत्री समीक्षा कर रहे हैं और संबंधित जिले, जहां सबसे अधिक मामले पहले आते रहे हैं. वहां कई निर्देश दे रहे हैं. आज की समीक्षा बैठक में भी मुख्यमंत्री ने कई निर्देश दिए. सीएम नीतीश ने घर-घर सर्वे को लेकर भी समीक्षा बैठक भी की. जिससे उन घरों की पहचान हो सके जहां माल न्यूट्रीशन (बच्चों में कुपोषण) की समस्या है.