पटना:भारत में 80 और 90 के दशक में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाने वाले मशहूर सिंगर और कंपोजर बप्पी लाहिरी का बुधवार को मुंबई के क्रिटि केयर अस्पताल में निधन (Bappi Lahiri dies in Mumbai hospital) हो गया. बप्पी दा के नाम से मशहूर आलोकेश लाहिड़ी महज 69 उम्र के थे. उनके निधन से फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है. उनके निधन पर बिहार के मुख्मंत्री नीतीत कुमार ने गहरा शोक एनं दुख व्यक्त किया है.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा है कि वे बॉलीवुड के मशहूर गायक और संगीतकार थे. उन्होंने भारत में 1980-90 के दशक में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका अदा की थी. उनके निधन से फिल्म जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय बप्पी लहरी की आत्मा की चिर शांति और उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है. वहीं, केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने भी बप्पी लाहिड़ी के निधन पर गहरा दुख जताया है.
बता दें कि बॉलीवुड को रॉक और डिस्को से रू-ब-रू कराकर पूरे देश को अपनी धुनों पर थिरकाने वाले मशहूर संगीतकार और गायक बप्पी लाहिड़ी ने कई बड़ी छोटी फिल्मों में काम किया. बप्पी ने 80 के दशक में बालीवुड को यादगार गानों की सौगात दे कर अपनी पहचान बनाई. महज 17 साल की उम्र से ही बप्पी संगीतकार बनना चाहते थे और उनकी प्रेरणा बने एसडी बर्मन. बप्पी टीनएज में एसडी बर्मन के गानों को सुना करते और उन्हें रियाज किया करते थे. सोने की मोटी चेन और चश्मा पहनने के लिए पहचाने जाने वाले गायक-संगीतकार ने 70-80 के दशक में कई फिल्मों में गाने गाए जो काफी हिट रहे. इन फिल्मों में चलते-चलते, डिस्को डांसर और शराबी शामिल हैं. उनका आखिरी बॉलीवुड गीत 2020 में आयी फिल्म बागी 3 के लिए भंकस था.
बप्पी लाहिड़ी ने बॉलीवुड में अपना नाम बड़े कलाकार के रूप में प्रतिष्ठित किया. उन्होंने बुधवार को मुंबई स्थित जुहू क्रिटी केयर अस्पताल में आखिरी सांस ली. बप्पी लाहिड़ी जिनका असली नाम अलोकेश लाहिड़ी था. उनका जन्म 27 नवंबर 1952 को जलपाईगुड़ी पश्चिम बंगाल में हुआ था. इनके पिता का नाम अपरेश लाहिड़ी तथा मां का नाम बन्सारी लाहिड़ी था. आज उनके निधन से उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गई है. बता दें कि इसी महीने बॉलीवुड जगत को एक के बाद एक बड़े झटके लगे हैं. बप्पी लहिरी से पहले स्वर कोकिला लता मंगेशकर का 6 फरवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया था.
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