पटना:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अन्ने मार्ग स्थित सीएम आवास पर कोरोना संक्रमण के लिए उठाए गए कदमों के संबंध में मुख्य सचिव और अन्य बड़े अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राशन कार्ड के लिए जितने भी आवेदन आए हैं उनकी जांच 3 दिनों के अंदर जांच पूरी कर आवेदकों को जल्द से जल्द सहायता पहुंचाएं. किसानों को फसल क्षति भुगतान में भी तेजी लाने का निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में लॉकडाउन को लेकर लिए गए फैसलों की आज समीक्षा की. सीएम आवास पर हुये इस बैठक में उन्होंने आला अधिकारियों से राशन कार्ड धारियों के बारे में पूरी रिपोर्ट ली. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जितने लोगों के राशन कार्ड के आवेदन अस्वीकृत हो गए हैं या पेंडिंग है उन सभी आवेदनों की फिर से समीक्षा करें. स्वीकृत होने के बाद भी जिन्हें राशन कार्ड मुहैया नहीं कराया गया है उन्हें भी जांच के उपरांत तुरंत कार्ड दें.
3 दिनों में सभी आवेदनों की जांच पूरी करने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को 3 दिनों में सभी आवेदनों की जांच पूरी कर आवेदकों को जल्द सहायता पहुंचाने का निर्देश दिया. फसल क्षति भुगतान को लेकर भी मुख्यमंत्री ने समीक्षा की. सरकार की ओर से 518.42 करोड़ रुपए भुगतान के लिए स्वीकृत किये गये हैं. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि प्रभावित किसानों के खातों में अनुदान की राशि सीधे भेजने का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाये.
लाभुकों को तुरंत राशि भेजने का निर्देश
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के कारण बिहार के जो लोग अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं उन्हें भी प्रति व्यक्ति ₹1000 की राशि विशेष सहायता के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जाये. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अन्य राज्यों में फंसे बिहार के जो भी लोग आवेदन दे रहे हैं, उसकी जांच कर सहायता राशि उनके खातों में तुरंत भेजी जाये.
सीएम ने कहा घबराने की जरूरत नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. सरकार हर स्तर पर सहायता के लिए पूरी तरह तत्पर है. सभी के सहयोग से ही इस महामारी से निपटा जा सकता है. संकट की इस घड़ी में बिहार सरकार सभी के साथ है. लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें. अपने घरों के अंदर रहें. अनावश्यक रूप से बाहर ना निकलें.