पटना:राज्य में चार दिवसीय चैती छठ महापर्व मनाया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चैती छठ के अवसर पर राज्यवासियों को बधाई एवं शुभकामनायें (Chief Minister congratulated on Chaiti Chhath) दी हैं. मुख्यमंत्री ने शुभकामना संदेश में कहा है कि छठ आत्मानुशासन का पर्व है, जिसमें लोग आत्मिक शुद्धि और निर्मल मन से अस्ताचलगामी और उदयीमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि चैती छठ राज्यवासियों के लिये सुख, समृद्धि एवं शांति लेकर आये.
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चार दिवसीय चैती छठ महापर्वः बता दें कि लोक आस्था के महापर्व के दूसरे दिन आज रविवार को खरना था. पटना के कलेक्ट्रेट घाट पर खरना का प्रसाद तैयार किया गया. छठ व्रतियों ने खरना का धार्मिक अनुष्ठान पूरा कर प्रसाद ग्रहण किया. व्रतियों के प्रसाद खाने के बाद श्रद्धालुओं के प्रसाद खाने का दौर शुरू हुआ, हर कोई इस प्रसाद को ग्रहण कर भगवान भास्कर को नमन करते हुए नजर आए. चार दिवसीय चैती छठ महापर्व की शुरुआत 25 मार्च से ही हो गई है. 27 मार्च को शाम का अर्घ्य दिया जाएगा. 28 मार्च को सुबह में भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाएगा.
प्रशासन की तैयारीः छठ महापर्व को लेकर प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारी की गई है. गंगा घाटों की बैरिकेडिंग की गई है. साथ ही खतरनाक घाटों की सूची भी जारी की गई है. पटना में गंगा के 54 घाटों पर छठ पूजा की तैयारी की गई है. इसमें से 25 घाट ऐसे हैं जहां प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किए गए हैं. जिला प्रशासन की ओर से पटना स्थित जिन घाटों को खतरनाक घाट घोषित किया गया है उसमें एलसीटी घाट, पहलवान घाट, राजापुर पुल, घाट मिश्री घाट गुलबी घाट, बीएन राय घाट पथरीघाट, कोयला घाट, अदालत घाट, हनुमान घाट, राजा घाट, दीघा पोस्ट ऑफिस घाट, बिंद टोली घाट, जहाज घाट शामिल है.