पटना: भारत सरकार ने बोधगया को आइकॉनिक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है. इसे लेकर सीएम नीतीश कुमार ने उच्चस्तरीय बैठक की. अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से सीएम के सामने योजनाओं को रखा. इस दौरान कृषि वानिकी नीति 2019 निर्धारित करने के संबंध में भी प्रस्तुतीकरण दिया गया.
देश भर में कुल 16 स्थानों का चयन
दरअसल,भारत सरकार ने देश भर में कुल 16 स्थानों को आइकॉनिक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है. इसमें बोधगया भी शामिल है. इस बैठक में अधिकारियों ने सीएम को बोधगया के डेवलपमेंट प्लान, विजन, वर्ल्ड क्लास एकोमोडेशन और अन्य योजनाओं के संबंध में जानकारी दी.
अधिकारियों के साथ बैठक करते सीएम नीतीश कुमार बुद्ध की मूर्ति या बौधिवृक्ष से बेहतर कुछ नहीं
सीएम नीतीश कुमार ने प्रेजेंटेशन के दौरान कहा कि बोधगया को अगर कहीं प्रदर्शित करना है तो उसके लिए महाबोधि मंदिर के अंदर की बुद्ध की मूर्ति या बौधिवृक्ष से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि हम लोग पहले से ही बोधगया को बेहतर बनाने में लगे हैं. इसके लिए कई काम किए गए हैं. मंदिर को सुरक्षित बनाए रखने के लिए चहारदीवारी ठीक किया गया. साथ ही मंदिर परिसर के अनावश्यक चीजों को हटाया गया है.
तीनों स्थल महत्तवपूर्ण
मुख्यमंत्री ने कहा कि बोधगया भगवान बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति का स्थल है. राजगीर में कई वर्षों तक रहकर उन्होंने उपदेश दिया. वैशाली भी भगवान बुद्ध से जुड़ा हुआ एक महत्वपूर्ण स्थल है. इसलिए हम लोग बोधगया, राजगीर और वैशाली को आपस में लिंक करने के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बोधगया में आने वाले पर्यटकों और बौद्ध भिक्षुओं को हर सुविधा पहुंचाई जाएगी.
महाबोधि कल्चरल केंद्र का निर्माण
सीएम ने कहा कि बोधगया में आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है. बोधगया में महाबोधि कल्चरल केंद्र बनाया जा रहा है. साथ ही यहां दो हजार की क्षमता का ऑडिटोरियम होगा और यहां एक स्टैंडर्ड गेस्ट हाउस भी बनाया जा रहा है.
स्थल निरीक्षण आवश्यक
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार के इस योजना को बेहतर ढंग से क्रियान्वित करने के लिए स्थल निरीक्षण आवश्यक है. जिसमें विचारों को समझने में और सहूलियत होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थल पर जाकर प्रोजेक्ट बनाना व्यवहारिक होगा. जल्द ही इसके लिए तिथि तय की जाएगी.
इस बैठक में मंत्री रमेश कुमार ऋषि, मुख्यमंत्री के ब्रह्मर्षि अंजनी कुमार सिंह, मुख्य सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह सहित मुख्यमंत्री सचिवालय के सभी अधिकारी और कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.