पटना:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने सीएम सचिवालय संवाद में आयोजित बिहार इन्वेस्टर मीट में उद्योगपतियों को कानून व्यवस्था को लेकर भरोसा दिलाया है. सीएम ने कहा है कि डरने की कोई बात नहीं है. हमने डीएम, एसपी को किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर एक्शन लेने का निर्देश दिया है. वहीं, डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव (Deputy CM Tejashwi Prasad Yadav) ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार है. डरने की कोई जरूरत नहीं है, प्रचार पर ध्यान मत दीजिए. कई उद्योगपतियों ने माहौल को लेकर चिंता जताई, वहीं सरकार के प्रयास की तारीफ भी की.
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पटना में इन्वेस्टर मीट का आयोजन: बिहार में लंबे अर्से बाद इन्वेस्टर मीट का आयोजन सरकार की ओर से किया गया. ऐसे तो एनडीए सरकार में उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन इससे पहले हैदराबाद और दिल्ली में इन्वेस्टर मीट का आयोजन कर चुके हैं. अब महागठबंधन की सरकार बनने के बाद बिहार में इन्वेस्टर मीट का आयोजन किया गया. जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने उद्योगपतियों को कानून व्यवस्था को लेकर भरोसा दिलाने की पूरी कोशिश की.
"हमने सभी डीएम और एसपी को कह दिया है, कोई भी मामला आए तुरंत एक्शन लीजिए. इसलिए डरने की जरूरत नहीं है और हमें जब पता चला कि कुछ लोग परेशान कर रहे हैं तो हमने कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया है. प्रचार पर ध्यान मत दीजिए. सरकार उद्योगपतियों को हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराएगी. जहां सुरक्षा चाहेंगे वहां सुरक्षा देगी. सरकार बिहार में उत्पादन होने वाले उत्पाद को अपनी जरूरत के हिसाब से खरीदेगी भी."-नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
"बिहार में नीतीश कुमार और महागठबंधन की सरकार है, इसलिए किसी को डरने की जरूरत नहीं है. हम क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म से कभी समझौता नहीं कर सकते हैं. कुछ लोग जंगल राज की बात करते हैं. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद ही इस तरह का प्रचार किया जा रहा है तो उस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है."-तेजस्वी यादव, उपमुख्यमंत्री, बिहार
इन्वेस्टर मीट में शामिल हुए कई उद्योगपति: इन्वेस्टर मीट कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उद्योगपति शामिल हुए. माइक्रोमैक्स के प्रतिनिधि जो मुजफ्फरपुर में एथेनॉल प्लांट भी लगा रहे हैं, राजेश अग्रवाल ने माहौल को लेकर चिंता जाहिर की. राजेश अग्रवाल ने यह भी कहा कि जब हम बिहार आ रहे थे तो परिवार और दोस्तों ने कानून व्यवस्था को लेकर अपनी चिंता जताई थी, हालांकि यहां आकर उस तरह का कुछ लगा नहीं लेकिन इसके बावजूद सरकार की ओर से उद्योगपतियों को बेहतर माहौल मिले इसका प्रयास होना चाहिए.
उद्योगपतियों ने दिया बिहार में निवेश का भरोसा: अडानी ग्रुप के प्रतिनिधि विक्रम ने कहा कि "सरकार को लॉजिस्टिक को लेकर पॉलिसी बनानी चाहिए और इसे भी उद्योग का दर्जा देना चाहिए." बिहार आने पर जिस प्रकार से कानून व्यवस्था को लेकर समस्याएं हुई, उसका भी जिक्र किया. हालांकि, प्रशासन की ओर से हुई कार्रवाई की तारीफ भी की और अदानी ग्रुप की ओर से बिहार में निवेश करने का भरोसा भी दिलाया. जमीन से लेकर सिंगल विंडो सिस्टम पर भी कई उद्योगपतियों ने हो रही परेशानी का जिक्र किया.
2020 में उद्योग पॉलिसी में संशोधन: बिहार सरकार ने 2020 में उद्योग पॉलिसी में संशोधन किया है और उसके बाद विभिन्न सेक्टर से जुड़े हुए पॉलिसी लेकर भी सरकार आ रही है . अब नीतीश कुमार ने एक बड़ा ऐलान भी किया है कि सरकार बिहार में उत्पादन होने वाली सामानों को अपनी जरूरत के हिसाब से खरीदेगी, लेकिन इसके बाद भी देखना है कि बिहार इन्वेस्टर मीट के बाद उद्योग पतियों का रिस्पांस कैसा होता है.
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