पटना: प्रदेशभर के नगर निकाय के कर्मचारी (Municipal Workers) अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल (Indefinite Strike) पर है. शुक्रवार को पटना में सफाई कर्मियों के हड़ताल का चौथा दिन रहा. ऐसे में पटना की हालत दयनीय नजर आ रही है. सड़कों पर चारों तरफ कचरे का ढेर नजर आ रहा है. गंदगी की दुर्गंध से राहगीरों का सड़क पर चलना मुश्किल हो रहा है.
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पटना में लगातार चार दिनों से शहर का कचरा उठाव बंद है, डोर टू डोर कचरा उठाने वाली गाड़ियां बंद पड़ी हुई है. ऐसे में शहर की सभी मोहल्लों के छोटी-छोटी गलियों में कूड़े कचरे का अंबार लग गया है. नगर निगम के तरफ से भले ही अल्टरनेट व्यवस्था के तहत कचरा उठाने की बात कही जा रही हो. लेकिन शहर के जो प्रमुख स्थान है, फ्रेजर रोड, एसपी वर्मा रोड, खेतान मार्केट, हथुआ मार्केट, बोरिंग रोड सहित सभी जगहों पर सड़क किनारे कचरे का अंबार लग गया है.
सफाई नहीं होने से सड़क के आधे हिस्से तक कचरा फैल गया है. इस वजह से सड़क संकीर्ण हो गया है और लोगों को कचरे से होकर गाड़ियां निकालनी पड़ रही है. एक अनुमानित आंकड़े के मुताबिक, शहर के प्रत्येक मोहल्ले में 18 से 20 टन कचरा जमा हो गया है. पूरे पटना में लगभग 3000 टन कचरा सड़कों पर बिखरा पड़ा है. ऐसे में एक तरफ जहां वायरल महामारी शहर में हड़कंप मच आए हुए हैं. तो दूसरी ओर सड़कों पर गंदगी से लोगों में नई बीमारी को लेकर डर बैठ गया है. बीते 4 दिनों से सड़क पर कचरा जमा है और यह कचरा सड़ कर काफी दुर्गंध भी करने लगा है. कचरे के दुर्गंध के वजह से सड़क पर चलना भी लोगों का दूभर हो गया है.