पटना: जब देश में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग छिड़ी थी, लॉकडाउन में लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जा रही थी, उस संकट की घड़ी में अपने जान को जोखिम में डालकर सफाई कर्मी घर, गली, मोहल्ला और सड़कों की सफाई के साथ शहर की सफाई करने में जुटे थे. आज भी शहर की सफाई करने में सफाई कर्मी रात-दिन लगे हुए हैं. इन सबके बीच आम लोगों द्वारा सफाई कर्मियों की पिटाई का मामला ने आज तूल पकड़ लिया.
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धरना पर बैठे सफाई कर्मी
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर निगम प्रशासन लगातार सफाई व्यवस्था को बहाल रखने के लिए कार्य भी कर रहा है. कल कंकड़बाग में स्थानीय लोगों द्वारा सफाई कर्मी की पिटाई के मामले को लेकर आज कंकड़बाग नगर निगम अंचल कार्यालय के अंतर्गत सफाई व्यवस्था ठप करके न्याय की मांग कर धरना पर बैठे गए हैं. उनका कहना है कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होगी, हम काम नहीं करेंगे.
कार्रवाई करने की मांग
कंकड़बाग में स्थानीय लोगों द्वारा सफाई कर्मियों की हुई पिटाई के मामले को लेकर सफाई कर्मियों के यूनियन नेता लगातार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निगम प्रशासन से मांग कर रहे हैं. कंकड़बाग अंचल कार्यालय के बाहर भारी तादाद में जुटे सफाई कर्मियों के साथ यूनियन के नेता और कर्मियों ने कहा कि जब तक उन लोगों पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक हम लोगों का धरना चलता रहेगा.
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निगम प्रशासन की पहल
बता दें कि इन सफाई कर्मियों की बदौलत इस बार भारत सरकार द्वारा नगर निगम प्रदर्शन सूचकांक और जीवन सुगमता सूचकांक में बेहतर प्रदर्शन कर पाया है. आगे स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर अंक लाने के लिए निगम प्रशासन के तरफ से पहल भी की जा रही है. ऐसे में इन सफाई कर्मियों की पिटाई और धरना-प्रदर्शन कहीं स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में खलल ना डाल दे, इसके लिए निगम प्रशासन को सफाई कर्मियों की बातों पर ध्यान देने की जरूरत है.