पटनाः2 महीने बाद मानसून आने वाले हैं. ऐसे में शहर का पानी बाहर निकल जाए. इसके लिए पटना नगर निगम ने अप्रैल महीने में ही पटना के सभी नालों की सफाई का आदेश दिया था. लेकिन कोरोना महामारी के चलते पूरा निगम प्रशासन व्यस्त रहा और नालों की सफाई नहीं हो पाई. अब जब पटना शहर में कोरोना मरीजों की संख्या नहीं पाई गई. तो निगम नालों की सफाई पर ध्यान देने लगा है.
कोरोना महामारी के बीच शहर के नालों की सफाई बनी चुनौती - Municipal Commissioner Himanshu Sharma
कोरोना महामारी के बीच शहर के बड़े नालों की सफाई करना निगम के लिए बड़ा चैलेंज है. नगर आयुक्त ने कहा कि बरसात से पहले राजधानी पटना के सभी बड़े और छोटे नालों की सफाई करा ली जाएगी.
नालों की सफाई
वहीं, सवाल है कि क्या निगम इतने कम समय में नालों की पूर्ण सफाई कर पाएगा या फिर पिछले साल की तरह पटना इस बार भी डूब जाएगा. पटना के कुछ बड़े नालों पर अभी भी अतिक्रमण है. जिसको हटाने के बाद ही सफाई संभव है. वहीं, दूसरी समस्या नालों के ऊपर बनी सड़कें भी हैं. जिसके कारण नालों की सफाई नहीं हो पाती है. ऐसे में निगम कर्मी को ही अंदर जाकर नालों को साफ करना पड़ता है. जिसमें बहुत ज्यादा समय लगता है.
जल्दी नालों की हो जाएगी सफाई
नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा का कहना है कि हम सफाई कराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं और इसके लिए बड़ी मशीनों का उपयोग कर रहे हैं. ताकि जल्दी से जल्दी नालों की सफाई हो सके. कोरोना महामारी के कारण नालों की सफाई एक चैलेंज तो है. लेकिन हम अपनी सुरक्षा के साथ इसे कर रहे हैं.