पटना:पटना (Patna) शहर की सफाई 16 जुलाई से प्रभावित होने की आशंका है. पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कार्यों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. कर्मचारियों का कहना है कि सरकार हम लोगों के साथ खिलवाड़ कर रही है.
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कर्मचारियों ने कहा कि पिछले दिनों हड़ताल के दौरान नगर विकास विभाग और कर्मचारी संघ में समझौता हुआ था कि किसी भी कर्मचारी को हटाया नहीं जाएगा. लेकिन पिछले प्रस्ताव को अभी तक सरकार ने रद्द नहीं किया है. इसको लेकर हम एक बार फिर से काम नहीं करेंगे. सभी कर्मचारी 9 जुलाई से 16 जुलाई तक विभिन्न वार्डों में विरोध दर्ज करायेंगें.
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गौरतलब है कि नगर निगम के अंचल कार्यालयों पर निगम के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के प्रदर्शन पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है. जिसके बाद मामला गरमा गया है. जिला प्रशासन द्वारा परमिशन नहीं मिलने के बाद अब कर्मचारी संघ ने हर वार्ड में काम बंद करने का निर्णय लिया है. 16 जुलाई से चतुर्थवर्गीय कर्मचारी वार्डों में कार्यों का बहिष्कार कर विरोध करेंगे.
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कर्मचारी संघ के नेता नंद किशोर दास का कहना है कि सरकार की ओर से चतुर्थवर्गीय पदों को समाप्त करने व निगम के स्तर पर वार्ता के बिंदुओं को अब तक लागू नहीं किया गया है. जबकि 2020 में नगर विकास विभाग की ओर से नगर निगम स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य और कर्मचारियों संघ की अध्यक्षता में एक वार्ता हुई थी. जिसमें बताया गया था कि सरकार कर्मचारियों को नहीं हटाएगी. उस प्रस्ताव को रद्द कर दिया जाएगा लेकिन अभी तक उस प्रस्ताव को रद्द नहीं किया गया है. जिसको लेकर 9 जुलाई से ही हमारा चरणबद्ध तरीके से कार्य का बहिष्कार हर वार्ड में शुरू होगा.
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कर्मचारी संघ की ओर से कंकड़बाग अंचल कार्यालय के अंतर्गत आने वाले वर्डों में प्रदर्शन का निर्णय लिया गया है. बता दें कि पटना नगर निगम के चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ ने 16 जुलाई को निगम मुख्यालय मौर्य लोक कंपलेक्स में प्रदर्शन करने का फैसला लिया था. लेकिन जिला प्रशासन से अनुमति नहीं मिली. इसलिए अब चतुर्थवर्गीय कर्मचारी 16 जुलाई को वार्ड स्तर पर काम ठप करेंगे. सभी 75 वार्डों में कार्य का बहिष्कार किया जाएगा. इस दौरान सफाई व्यवस्था ठप रहेगी और इसकी जवाबदेही पटना नगर निगम और सरकार की होगी.