पटना: वेतन विसंगति और जॉब के नियमितीकरण की मांग को लेकर राज्य के संविदा से जुड़े कई स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर हैं. वहीं इसका असर पटना के अस्पतालों में भी देखने को मिल रहा है. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से जुड़े एएनएम और फार्मासिस्ट हो या फिर एनएचएम से जुड़े स्वास्थ्य कर्मी सभी वेतन विसंगति की मांग को लेकर अभी हड़ताल पर हैं. ऐसे में जिले के पीएचसी में कार्य प्रभावित हो रहे हैं.
जिले के पीएचसी में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण कई जगह से स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रभावित होने की खबरें सामने आ रही है. लेकिन इस मामले पर पटना जिला सिविल सर्जन डॉ राजकिशोर चौधरी का कहना है कि स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से जिले की किसी भी पीएचसी में कोविड-19 की जांच प्रभावित नहीं हुई है. सभी पीएचसी में कोरोना जांच चल रहा है.
पटना: संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल से कोरोना जांच पर नहीं हुआ कोई असर- सिविल सर्जन
जिला सिविल सर्जन डॉ राजकिशोर चौधरी का कहना है कि स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से जिले की किसी भी पीएचसी में कोविड-19 की जांच प्रभावित नहीं हुई है. सभी पीएचसी में कोरोना जांच चल रहा है.
संविदा कर्मियों के हड़ताल से कोविड-19 जांच नहीं है प्रभावित
सिविल सर्जन ने कहा कि जो स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर गए हैं, उनसे स्वास्थ्य विभाग की बातचीत चल रही है. कुछ स्वास्थ्य कर्मी विभाग के आश्वासन के बाद कार्य पर वापस लौट आए हैं. वहीं कुछ स्वास्थ्य कर्मी अभी भी हड़ताल पर हैं. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों में भी दो गुट बन गया है. एक गुट अभी के समय में स्वास्थ्य सेवाएं देना चाहता है. वहीं दूसरा गुट अपनी मांगों को लेकर अड़ा है. विभाग दूसरे गुट से भी लगातार हड़ताल वापस करने को लेकर बातचीत कर रहा है. सिविल सर्जन ने कहा कि पटना में स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल के कारण कोरोना जांच बिल्कुल भी प्रभावित नहीं हुई है.