पटना:चंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट पटना (सीआईएमपी) नवाचार, उद्यमिता और उद्यम विकास के क्षेत्र में प्रबंधन से जुड़ा स्नातकोत्तर कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है. यह कार्यक्रम अपने परिणाम में अद्वितीय होगा, क्योंकि यह प्रतिभागियों को कर्मचारी बनने के बजाये उनके स्व-रोजगार सृजन को सुनिश्चित करेगा. इस कार्यक्रम के लिए पूरे भारत में केवल 25 बिजनेस स्कूलों को एआईसीटीई ने मंजूरी दी है.
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उद्यम विकास पर ध्यान केंद्रित करेगा: बिहार में केवल एक बिजनेस स्कूल, सीआईएमपी को यह सुनहरा मौका मिला है. यह अनूठा कार्यक्रम प्रत्येक प्रतिभागियों से उद्यम विकास पर ध्यान केंद्रित करेगा. जिसमें संस्थान छात्र को आइडिया जेनरेशन, प्री -इन्क्यूबेशन, प्रूफ ऑफ कांसेप्ट, परीक्षण, इन्क्यूबेशन सपोर्ट, प्रोटोटाइप विकास, परीक्षण और व्यावसायीकरण के संदर्भ में समर्थन करेगा.
इन उम्मीदवारों को दी जाएगी वरीयताः आवेदक के पास भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी विश्वविद्यालय/ संस्थान से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए. नवीन व्यावसायिक विचारों या स्टार्टअप वाले उद्यमशीलता की मानसिकता वाले उम्मीदवारों को वरीयता दी जाएगी. पाठ्यक्रम शुल्क का 80% उद्योग विभाग, बिहार सरकार द्वारा वहन किया जाएगा और 20% पाठ्यक्रम शुल्क सामान्य और ओबीसी वर्ग के छात्रों द्वारा वहन किया जाएगा. पाठ्यक्रम शुल्क का 90% उद्योग विभाग, बिहार सरकार द्वारा वहन किया जाएगा. एससी/एसटी/महिला/दिव्यांग/विशेष श्रेणी के छात्रों द्वारा पाठ्यक्रम शुल्क का 10% वहन किया जाएगा.
ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैंः सीआईएमपी के निदेशक प्रो. राणा सिंह ने कहा कि नए कार्यक्रम के तहत, संस्थान बाजार के विकास और आईपीआर फाइलिंग के मामले में भी सहयोग देगा. यह नवाचार, उद्यमिता और उद्यम विकास (IEV) के क्षेत्र में क्षमता निर्माण प्रक्रिया को उत्प्रेरक रूप से बढ़ावा देगा. उम्मीदवार सीआईएमपी की वेबसाइट www.cimp.ac.in/p/about-pgdm-iev पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.