पटना: एलजेपीआर प्रमुख चिराग पासवान ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यूक्रेन में रह रहे भारतीय छात्रों की समस्या से अवगत कराया है. उन्होंने इन छात्रों के भविष्य व करियर को लेकर चिंता जताते हुए पीएम मोदी से सभी को विदेशी मेडिकल कॉलेजों में स्थानांतरित कराने की मांग की है. ऐसे विद्यार्थियों की संख्या करीब 1100 है. सभी को ऑपरेशन गंगा के तहत भारत लाया गया था.
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यूक्रेन में जारी युद्ध से पढ़ाई प्रभावित : चिराग पासवान ने अपने पत्र में लिखा है कि जिन छात्र-छात्राओं को ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन से भारत लाया गया था, वेलोग आज बड़ी मुसीबत में हैं. यूक्रेन में दो साल से युद्ध चल रहा है. ऐसे में सभी को वहां से वापस तो बुला लिया गया, लेकिन अब उन्हें अपने करियर की चिंता सता रही है. सभी छात्र-छात्रा युद्ध रुकने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन इनकी परेशानियां बढ़ती ही जा रही है.
स्थानांतरण मिलने से दूसरे देश में कर सकेंगे पढ़ाई : अपने पत्र के माध्यम से चिराग ने बताया है कि छात्र-छात्रा चाहते हैं कि भारत सरकार इन्हें स्थानांतरण प्रदान करे, ताकि वे किसी अन्य विदेशी देश के संस्थानों में अपना दाखिला करा सके. इससे उनकी परेशानी खत्म हो जाएगी और आगे के करियर को लेकर मार्ग प्रशस्त होगा. क्योंकि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण फिर से वापस यूक्रेन लौटना मुश्किल होता जा रहा है. ऐसे में सभी विद्यार्थी ज्यादा दिनों तक ऑनलाइन मेडिकल की पढ़ाई नहीं कर सकते हैं.
2014 में भी भारतीय छात्रों को मिला था स्थानांतरण : चिराग ने कहा है कि यूक्रेन से लौटे विद्यार्थियों के प्रतिनिधि मंडल ने मुझसे मुलाकात कर अपनी समस्या बताई और कहा कि 2014 में भी क्रीमिया युद्ध के दौरान भारतीय छात्र-छात्राओं को अन्य देशों में पढ़ाई के लिए स्थानांतरण दिया गया था. इसलिए एक बार फिर से येलोग स्थानांतरण की मांग कर रहे हैं. ताकि नया सत्र जो सितंबर से शुरू हो रहा है. इसके पूर्व अगर स्थानांतरण प्रदान करता है तो इनके भविष्य को बचाया जा सकता है.