पटना:चर्चित रूपेश हत्याकांड मामले को लेकर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बिहार सरकार पर निशाना साधा है. चिराग ने ट्वीट कर बिहार पुलिस पर भी कई आरोप लगाए हैं. उन्होंने इस मामले को लेकर सरकार बचाने के लिए किसी अन्य पर दोष मढ़ने का आरोप लगाया है.
"रूपेश हत्याकांड में जिस प्रकार से प्रशासन की ओर से प्रेस वार्ता में कैमरे के सामने आरोपी का इकबालिया बयान दिलवाया गया, ऐसा आज तक किसी अन्य केस में देखने को नहीं मिला है. पुलिस अपनी बनाई गई कहानी पर जरूरत से ज्यादा विश्वास दिलवाने कोशिश करती दिखी है. इससे दाल में कुछ काला है."- चिराग पासवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष, लोजपा
'रोडरेज में हत्या हलक से नहीं उतर रही नीचे'
हालांकि चिराग ने ट्वीट कर कई और बातें भी कही. चिराग पासवान ने कहा कि रुपेश की हत्या रोडरेज में हुई यह बात हलक के नीचे नहीं उतर रही है. रोडरेज का यह मामला अपने आप में अनोखा है. यहां सड़क पर ताक झांक के होने के 40 दिन बाद छह गोलियां मारकर हत्या कर दी जाती है. शायद ही जुर्म की दुनिया में ऐसा कोई दूसरा उदाहरण हुआ होगा.
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'बेतुके फरमान की विश्वभर में चर्चा'
इसके आलाव चिराग ने बिहार सरकार की ओर से धरना प्रदर्शन या विरोध प्रदर्शन करने पर करैक्टर सर्टिफिकेट पर अंकित करने के मुद्दे को लेकर भी तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि बिहार सरकार के बारे में अमेरिका के अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स में भी खबर छप गई है. महात्मा गांधी के विचारों का गला घोटकर हिटलर और बेनीटो मुसोलिनी के विचारों से प्रेरित सीएम नीतीश कुमार ने इस तरह का फरमान जारी किया है. नीतीश सरकार के खिलाफ उठ रही आवाज को दबाने के लिए जारी बेतुके फरमान की चर्चा विश्व भर में हो रही है.
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जीतन राम मांझी का हमला
बता दें कि इंडिगो स्टेशन मैनेजर रूपेश हत्याकांड मामले को लेकर चिराग पासवान और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार सरकार पर हमलावर है. दोनों ही ट्वीट कर सरकार और पुलिस प्रशासन को घेरने की कोशिश करते रहते हैं. वहीं, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी ट्वीट कर यह बताया कि चिराग पासवान और तेजस्वी यादव का गठबंधन है. उन्हें खुलकर सामने आ जाना चाहिए.