दिल्ली/पटना:लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ अपनी बात रखते हुए कहा कि मैं अपनी पार्टी की ओर से अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ बोलने के लिए खड़ा हुआ हूं. सदन ने इससे पहले कई अविश्वास प्रस्ताव देखे हैं. लेकिन मुझे लगता है कि यह अपने में ऐसा अनोखा अविश्वास प्रस्ताव है जिसमें सरकार के प्रति कम अविश्वास और अपने गठबंधन के प्रति विश्वास बढ़ाने को ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है.
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सदन में गरजे चिराग पासवान: चिराग पासवान ने आगे कहा कि विपक्ष को इस बात को दर्शाना है कि किस तरीके से यह गठबंधन इनके साथ है. गठबंधन बनाने के लिए ये लोग लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं. इस प्रस्ताव को मणिपुर के उद्देश्य के लिए लाया गया है. पिछले तीन दिन से बहस चल रही है और इन तीन दिनों में सिर्फ दोषारोपण ही किया गया है. किसी ने भी यहां समाधान देने का प्रयास नहीं किया. मणिपुर के लोग जानना चाहते हैं कि उनकी बेहतरी के लिए आपने क्या किया?
"कल गृहमंत्री ने इतनी खूबसूरती और विनम्रता से तमाम पक्षों को रखा, उसके बावजूद सिर्फ दोषारोपण ही किया गया. 90 के दशक में भी मणिपुर में इसी तरह की परिस्थितियां थीं, उस वक्त किसकी सरकार थी? उस समय कितनी बार सदन में चर्चा की गई थी? ये लोग मणिपुर गए थे अच्छी बात है."- चिराग पासवान, जमुई सांसद
'2014 से भी बड़ा जनादेश 2024 में मिलेगा': चिराग पासवान ने सदन में कहा कि हर चुनाव के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ता जा रहा है. वह दिन दूर नहीं जब 2014 से भी बड़ा जनादेश 2024 में मिलेगा. इसी तरह की बातें 2018 में की गई थी. 2019 में हम लोगों को ज्यादा बड़ा जनादेश मिला था. मैं बिहारी हूं और बिहार से कम से कम मैं विश्वास दिलाता हूं कि 40 सीटें एनडीए जीतेगा.नीतीश कुमार को बिहार की जनता नकार चुकी है. 2020 में आधी सीट ही नीतीश कुमार की पार्टी जीत सकी थी.
'मणिपुर गए बिहार गए लेकिन...'चिराग पासवान ने आगे कहा कि लोगों की सामूहिक जिम्मेदारी होनी चाहिए, सलेक्टिव नही. ये लोग मणिपुर गए, बिहार भी गए तो फिर दरभंगा, मुजफ्फरपुर, अरवल क्यों नहीं गए. कुछ दिनों पहले बछवाड़ा में एक 10 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म करके उसपर तेजाब डाल दिया गया, उसकी हत्या कर दी गई. इतनी ही नहीं उसके शव को घर में ही दफना दिया गया. ऐसे कई मामले हैं. मुजफ्फरपुर में महिला के साथ दुष्कर्म किया गया और शरीर दो हिस्सों में काट दिया गया. ये लोग गठबंधन को मजबूत करने के लिए पटना तो गए लेकिन पीड़ित परिवारों के पास नहीं गए.
'टुकड़ों में बांटकर बात नहीं होगी': चिराग पासवान ने कहा कि देश के किसी भी कोने में अगर मां बेटी के साथ ऐसी घटना होती है तो वह क्षमा योग्य नहीं है. गृहमंत्री अमित शाह ने अपील की कि ऐसी घटनाओं के लिए पूरे सदन को एकजुट होना होगा. ये कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता कि जहां आपकी सरकार है वहां की घटनाओं को छुपाएंगे और जहां आपकी सरकार नहीं है वहां की घटनाओं को उजागर करेंगे. टुकड़ों में बांटकर बात नहीं कर सकते हैं.