पटना: केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गये. पटना के गंगा तट के दीघा के जनार्दन घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ दिवंगत रामविलास का अंतिम संस्कार किया गया. लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने पिता को मुखाग्नि दी. इस दौरान वे कुछ समय के लिए बेसुध नजर आए. इससे पहले उनके पार्थिव शरीर के साथ उनके आवास एस के पुरी से फूलों से लदे एक वाहन पर उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें बडी संख्या में लोग शामिल हुए.
एक झलक पाने को आतुर दिखे लोग
अंतिम यात्रा में जगह-जगह से लोग जुड़ते जा रहे थे. लोग 'जब तक सूरज चांद रहेगा, रामविलास तेरा नाम रहेगा', 'रामविलास अमर रहे' जैसे नारे लगाते रहे. यहां से उनके पार्थिव शरीर को गंगा तट ले जाया गया. उनकी यात्रा में केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद उपस्थित रहे. राम विलास पासवान का पार्थिव शरीर जैसे ही दीघा के जनार्दन घाट पहुंचा, वहां मौजूद लोग उनकी एक झलक पाने के लिए टूट पड़े. किसी तरह उन्हें नियंत्रित किया गया. इस दौरान मौजूद लोगों ने गगनभेदी नारे लगाए.