पटना:बिहार के सीएम नीतीश कुमार के द्वारा विधानसभा में दिये गये बयान पर चिराग पासवान ने जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने विधानसभा में गलत शब्दों का प्रयोग किया है. चिराग ने कहा कि कुछ गुनाह अक्षम्य होते हैं.
बोले चिराग- 'गलती का एहसास होता तो बयान को दोहराते नहीं': चिराग पासवान ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि ये जुबान फिसलने का मामला नहीं है. ये सोचे समझे तरीके से महिलाओं को शर्मसार करने की सोच के साथ दिया गया बयान है. अगर किसी की जुबान फिसली तो विधानसभा के बाद विधान परिषद में अपने ही शब्दों को नहीं दोहराते.
"नीतीश को अगर एहसास होता कि कुछ गलत बोला है तो उस वक्त उन्हें माफी भी मिल जाती. मान लिया जाता कि विधानसभा में गलती से बोले लेकिन परिषद में सुधार कर लिया. लेकिन विधान परिषद में और ज्यादा अभद्रता के साथ आपने बोलने का काम किया."- चिराग पासवान, जमुई सांसद
'मेरी चिंता मेरे मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर':नीतीश कुमार द्वारा टारगेट किए जाने के आरोप पर चिराग ने कहा कि जब चारों तरफ से आलोचना की गई तब जाकर आपको एहसास हुआ कि आपसे कोई गलती हुई है. मेरी चिंता सीएम को घेरने को लेकर नहीं है. मेरी चिंता मेरे मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर है. नीतीश कुमार नपे तुले शब्दों में बोलने के लिए जाने जाते थे. उनका उनकी भाषा पर हमेशा से नियंत्रण रहा है. लेकिन अब लगता है कि उनकी मानसिक अवस्था ठीक नहीं है.
'कहीं कुछ गलत है': चिराग ने आगे कहा कि लगातार नीतीश कुमार कुछ से कुछ बोल रहे हैं. जनता दरबार में बोल रहे थे कि गृह मंत्री को फोन लगाकर बात कराओ, ये सारी चीजें दर्शाती हैं कि कहीं कुछ गलत है. उनके आस-पास के लोगों को उनकी चिंता करनी चाहिए. जल्द से जल्द स्वास्थ्य लाभ दिलाना चाहिए. ऐसे मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिहार सुरक्षित नहीं है.
बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग:उन्होंने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास का एक प्रतिनिधिमंडल महामहिम राज्यपाल से मिलेगा. प्रदेश के हालातों पर संज्ञान लेते हुए केन्द्र सरकार से प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू कराने के लिए सिफारिश की जाएगी. साथ ही केन्द्र सरकार मुख्यमंत्री का हर संभव इलाज कराए. बता दें कि चिराग पासवान का दानापुर में एक निजी कार्यक्रम था.