पटनाःलोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) का 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन आशीर्वाद यात्रा (Asheervad yatra) पूर्व के निर्धारित समय से दरभंगा में होना तय था. लेकिन दरभंगा के कुशेश्वरस्थान में कल उपचुनाव (by-election) होने वाला है. जिस वजह से दरभंगा प्रशासन ने आशीर्वाद यात्रा की अनुमति खारिज कर दी है.
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लोजपा के प्रवक्ता चंदन सिंह ने ईटीवी भारत से बात करते हुए जानकारी दी कि पूर्व निर्धारित आशीर्वाद यात्रा का कार्यक्रम चुनाव आयोग द्वारा दरभंगा के कुशेश्वरस्थान में आचार संहिता लागू होने की वजह से स्थगित करना पड़ा है. जल्द ही नई तिथि तय करने के बाद आशीर्वाद यात्रा की शुरूआत दोबारा की जाएगी.
दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एलजेपी (LJP) को करीब छह फीसदी वोट मिला था. पार्टी का मानना है कि भले ही उन्होंने महज एक सीट पर जीत हासिल की थी, लेकिन पिछले चुनाव की तुलना में मत प्रतिशत में इजाफा हुआ है. जिस वजह से चिराग पासवान ने पहले ही कहा था कि वो बिहार की जनता से आशीर्वाद लेने के लिए विभिन्न जिलों का भ्रमण करेंगे.
अब लोजपा में दो फाड़ होने के बाद इन दिनों लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बिहार की जनता से आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं. आशीर्वाद यात्रा के दौरान जनता की अप्रत्याशित भीड़ उमड़ रही है. जिस वजह से लोजपा कहीं न कहीं खुद को प्रफुल्लित महसूस कर रही है. लोजपा ने भी दोनों सीटों पर उपचुनाव में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. हालांकि अब तक यह तय नहीं हुआ है कि लोजपा अकेले चुनाव लड़ेगी या किसी गठबंधन के साथ.
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आपको बता दें कि चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस ने चिराग पासवान से अलग होकर खुद को लोजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया है. वहीं चिराग पहले से ही लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हैं और उनके समर्थक उन्हें ही राष्ट्रीय अध्यक्ष मानते हैं. इस तरह लोजपा के दो गुटों में बटने के बाद चिराग पासवान जनता के बीच जाकर लोगों में पैठ मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं.