पटना: बिहार में 15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण अभियान (Children vaccination campaign start in Bihar) की शुरुआत हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की मौजूदगी में टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई जिसमें सबसे पहले कोरोना का टीका 16 वर्षीय रितिका कुमारी को दिया गया. लेकिन बिहार सरकार ने जिस बच्ची यानी रितिका को वैक्सीनेशन का मॉडल बनाया है, उसे ही भूखे पेट वैक्सीन दे दी. सुबह 7 बजे घर से खाली पेट निकली रितिका को मात्र बिस्किट खिलाकर टीका ( (Ritika First Took Corona Vaccine In Bihar) दे दिया गया.
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रितिका दोपहर एक बजे एक बजे तक खाली पेट IGIMS में पड़ी रही. ये कहानी सिर्फ रितिक की ही नहीं है. IGIMS में ज्यादातार वैक्सनीशन के लिए आये ज्यादातर बच्चे दोपहर 1 बजे तक खाली पेट ही रहे. दरअसल, स्वास्थ्य विभाग की ओर से किसी को ये जानकारी तक नहीं दी गई कि उन्हें खाली पेट नहीं आना है. जब वैक्सीनेशन देने की बारी आयी तो पता चला कि बच्चे सुबह 7 बजे ही खाली पेट हैं, तब जाकर आनन-फानन में सभी बच्चों को 10 रुपये पैकेट का बिस्किट उपलब्ध कराया गया, जिसके बाद सभी को बिस्किट खिलाकर वैक्सीनेशन (Children Vaccinated in Empty Stomach In Patna ) किया गया.
यहीं, हाल विभिन्न स्कूलों से काफी संख्या में एनसीसी कैडेट्स का भी रहा. लगभग सभी एनसीसी कैडेट्स को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि उन लोगों का आज वैक्सीनेशन होना है. वैक्सीनेशन की पूरी जानकारी ना होने के कारण बच्चे भूखे पेट वैक्सीनेशन कराने पहुंच गये और वैक्सीनेशन के समय जब वैक्सीनेटर ने उनसे पूछा कि उन्होंने सुबह से कुछ खाया है या नहीं. उन्होंने ने बताया कि, कुछ नहीं खाया है. जिसके बाद बच्चों के लिए ₹10 की बिस्किट के पैकेट की व्यवस्था की गई. बच्चों को बिस्किट खिलाया गया फिर पानी पिलाया गया और फिर टीकाकरण किया गया.
टीकाकरण अभियान 10:30 से शुरू हुआ और बच्चों को लगभग 12:30 बजे तक अवलोकन कक्ष में रखा गया और तब तक बच्चे भूखे रहे. बच्चों के लिए नाश्ते की पैकेट की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. आश्चर्य की बात यह भी रही कि जिस बच्ची ने प्रदेश में कोरोना टीका का पहला डोज लिया वह भी वैक्सीनेशन सेंटर पर खाली पेट ही पहुंची थी. वैक्सीनेशन के लिए और बिस्कुट खिलाकर उसका भी टीकाकरण किया गया है. दरअसल, कोरोना गाइडलाइंस के तहत सरकार का साफ निर्देश है कि कोरोना टीकाकरण खाली पेट नहीं किया जाना है.
प्रदेश में बच्चों के लिए शुरू हुए कोरोना टीकाकरण अभियान में पहला टीका लेने वाली 16 वर्षीय छात्रा रितिका कुमारी ने बताया कि उन्हें 31 दिसंबर को जानकारी दी गई कि उनका टीकाकरण वैक्सीनेशन अभियान के पहले दिन होना है. वैक्सीनेशन के लिए स्कूल में वह सुबह 7:00 बजे ही पहुंच गई. ऐसे में वह भूखे पेट ही स्कूल आई थी. स्कूल के तरफ से उन्हें आईजीआईएमएस में टीकाकरण के लिए ले आया गया.
'सिर्फ बिस्किट खिला कर उन्हें टीका दिया गया. उसके बाद किसी प्रकार का कोई नाश्ता नहीं मिला. सुबह से दोपहर 12:30 बजे तक वह सिर्फ एक ₹10 वाली बिस्किट की पैकेट खाकर ही रही.':-रितिका, आईजीआईएमएस में टीका लेने वाली पहली बच्ची