पटना: मौसम विभाग ने 20 जून के बाद से बिहार में भारी बारिश होने की संभावना व्यक्त की है. मानसून की शुरुआत से पहले ही मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक की गई. बैठक के बाद मुख्य सचिव ने बताया कि इस बार राजधानी के सभी बड़े-छोटे नाले की सफाई करा दी गई है. लॉकडाउन के कारण पंप की खरीद नहीं हो सकी है. लेकिन जल्द ही तमाम इंतजाम कर दिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि पटना में इस बार जलजमाव नहीं होने दिया जाएगा. इसको लेकर विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है.
'15 जुलाई के बाद से कोरोना मामले में कमी की संभावना'
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार मानती है कि 15 जुलाई के बाद से कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण हो सकेगा. आईसीएमआर के गाइडलाइन के अनुसार कोरोना संक्रमित लक्षणों से पीड़ित की जांच की जा रही है. शुरुआत में प्रतिदिन 1 हजार से 15 सौ लोगों का जांच होता था. जो अब बढ़कर 4 हजार से 4 हजार प्रतिदिन पहुंच गया है. जल्द ही 10 हजार प्रतिदिन जांच का लक्ष्य पूरा किया जाएगा.
'बाहर से आने वाले लोगों के कारण बढ़ा संक्रमण'
मुख्य सचिव ने बताया कि आईसीएमआर के गाइडलाइन के अनुसार कोरोना लक्षण वाले व्यक्तियों की जांच की जा रही है. प्रदेश में संक्रमण का आंकड़ा जरूर बढ़ा है. लेकिन संक्रमण आम लोगों के बीच कम ही फैला है. कोरोना के मामले राज्य में बाहर से आने वाले लोगों के कारण बढ़ा है. उन्होंने कहा कि बाहर के राज्यों से जितने भी मजदूरों को वापस आना था. वे सभी लगभग वापस आ चुकें है. राज्य सरकार मानती है कि लाई के प्रथम सप्ताह से लेकर 15 तक बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले को पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया जाएगा.