पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने गुरुवार को पटना, नालंदा, गया और जहानाबाद जिले के बाढ़ (Flood in Bihar) प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. हवाई सर्वेक्षण के बाद एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि गंगा के जलस्तर में वृद्धि हुई है. गंगा की सहायक नदियां जिस तरह उफान पर हैं उससे लगता है कि खतरा बढ़ सकता है.
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नीतीश कुमार ने कहा, 'आज जो स्थिति मैंने देखी है उसके अनुसार लगता है कि खतरा बढ़ेगा. गंगा में मिलने वाली नदियां उफान पर हैं. वहीं, गंगा के जलस्तर में भी वृद्धि हो रही है. अभी और बारिश भी हो सकती है. गंगा में पानी अधिक होने के चलते सहायक नदियों का पानी तेजी से नहीं निकलेगा. इससे नदियों के पानी में ठहराव होगा, जिसके चलते लगता है कि खतरा बढ़ सकता है.'
मुख्यमंत्री ने कहा, 'हमने चारों बाढ़ प्रभावित जिलों के जिलाधिकारी को अलर्ट मोड में रहने को कहा है. पटना और नालंदा के जिलाधिकारी ने कई जगहों पर जाकर मुआयना किया है. आपदा प्रबंधन विभाग की टीम भी सतर्क है. जहां तक हो सकेगा लोगों के बीच राहत कार्य चलाया जाएगा. किसी को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी.'
"सरकार के पैसे पर सबसे पहला हक आपदा पीड़ितों का है. बाढ़ प्रभावित चारों जिले के जिलाधिकारी से हमने बात की है. अब जाकर फिर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर निर्देश देंगे. बाढ़ से किसानों को नुकसान हुआ है. किसानों को मुआवजा दिया जाएगा."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाति आधारित जनगणना को लेकर कहा, 'इस संबंध में मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को पत्र लिखा है. एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मिलेगा. जब समय मिलेगा तब हमलोग उनसे इस मुद्दे पर बातचीत करेंगे.' नीतीश ने इस बात को दोहराया कि फोन टैपिंग मामले की जांच होनी चाहिए. उनसे सवाल किया गया कि लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) फिर से राजनीति में सक्रिय हो गए हैं तो उन्होंने कहा कि सबलोग अपना-अपना काम कर रहे हैं.
बता दें कि पुनपुन, दरधा, कररूआ, भुतही और महतमाईन नदी में उफान आने से पटना के सैकड़ों गांव में पानी घुस गया है. हजारों एकड़ में फसल बर्बाद हो गई है. अब तक 6 तटबंध टूट चुके हैं, जिससे 100 से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं और 1500 एकड़ में लगी धान की खेती चौपट हो गई है. टूटे हुए तटबंध को लेकर ग्रामीणों में दहशत है.
पटना इन दिनों चारों तरफ से पानी से घिर गया है. कई बरसाती नदियों में अत्यधिक पानी आने के चलते यह स्थिति बनी है. गंगा नदी पटना के घाटों पर खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. दो दिनों से लगातार गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है. गंगा पाथवे पर गंगा का पानी आ चुका है. इससे गंगा के आसपास रहने वाले लोग भयभीत हैं. कई बार लोगों को यह पता नहीं चल पा रहा है कि कहां सड़क है और कहां गंगा.
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