बिहार

bihar

ETV Bharat / state

फरियादी की बात सुन बोले CM नीतीश- 'ये तो डिमांड है शिकायत नहीं है...इसको तो जिले से ही हल हो जाना चाहिए..'

सीएम नीतीश (Chief Minister Nitish Kumar) के जनता दरबार में एक ऐसा मामला आया जिसे सुनकर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये डिमांड है शिकायत नहीं है. साथ ही सीएम ने फरियादी को वापस भेज दिया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिलास्तर पर जो चीजें करनी चाहिए उसे जनता दरबार में भेजने की जरूरत नहीं है. पढ़ें पूरी खबर..

Nitish Kumar Janta Darbar
Nitish Kumar Janta Darbar

By

Published : Apr 18, 2022, 12:41 PM IST

पटना: बिहार केमुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार(Janta Darbar in Patna) में हर सोमवार की तरह इस बार भी फरियादी अपनी परेशानियों को लेकर पहुंच रहे हैं. इस दौरान नीतीश कुमार (Nitish Kumar Janta Darbar) ने एक फरियादी की पूरी बात सुनने के बाद कहा कि इस तरह के मामले शिकायत की श्रेणी में नहीं आते बल्कि ये मांग है. ऐसे मामलों को जिलास्तर पर देखना है. सरकार ने इसके लिए निर्देश भी दिया हुआ है. दरअसल सीएम के दरबार में आए एक फरियादी ने बताया कि प्राइमरी स्कूल के बच्चों को पढ़ने के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है. लेकिन स्कूल जाने के लिए कोई रास्ता नहीं हैं.

पढ़ें-...इंजीनियरिंग कॉलेज तो मैंने ही बनवाया है ना? ये कोई मतलब हुआ, लगाओ शिक्षा मंत्री को फोन

जनता दरबार में फरियादी ने कहा कि सर दूसरे गांव में प्राइमरी स्कूल है. मेरे गांव के छोटे-छोटे बच्चे वहां पढ़ने जाते हैं. लेकिन आने-जाने का कोई रास्ता (Complaint of no road to CM Nitish) नहीं है. फरियादी की बात सुनते ही सीएम ने कहा कि चलिए ये कोई शिकायत है, ये तो डिमांड है. इसके लिए तो हमलोगों ने अलग से सर्वे कराया है, कहां सड़क बनेगा. ये कौन सी शिकायत है. ग्रामीण इलाकों में तो इसके लिए सर्वे हो रहा है.

"मैंने फरियादी को वापस भेज दिया है. पहले तो मामले को देखना चाहिए था कि बना है कि नहीं. और अगर नहीं बना है तो क्यों नहीं बना है, ये देखना चाहिए था. फिर ऐसे मामलों में क्या शिकायत है ? ऐसे मामलों में जिला को बताना चाहिए न. उसको यहां आने की कोई जरूरत ही नहीं थी. अब तो जिला से ही सब कुछ होता है."- नीतीश कुमार, सीएम, बिहार

कोरोना गाइडलाइन का रखा जा रहा ध्यान: कोरोना गाइडलाइन का जनता दरबार में सख्ती से पालन हो रहा है. जनता दरबार (Janata Darbar in Patna) में लोगों को सीमित संख्या में बुलाया जा रहा है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले फरियादी का कोरोना टेस्ट कराया जाता है. उसके बाद ही जिला प्रशासन के माध्यम से जनता दरबार में लाया जाता है. मुख्यमंत्री का जनता दरबार सुबह 11 बजे से सीएम सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में शुरू हुआ.

संबंधित विभाग के मंत्री और अधिकारी मौजूद: जनता दरबार में संबंधित विभागों के सभी मंत्री और मुख्य सचिव, डीजीपी सहित अन्य आला अधिकारी मौजूद हैं. जनता दरबार में मुख्यमंत्री ऑन स्पॉट लोगों की शिकायतें दूर कर रहे हैं. काफी संख्या में लोग जनता दरबार के बाहर भी पहुंच जाते हैं क्योंकि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. परेशान लोग मुख्यमंत्री से गुहार लगाने जनता दरबार के बाहर पहुंचते हैं. प्रशासन के लोग उन्हें जनता दरबार में जाने की अनुमति नहीं देते हैं. जिससे उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है.

जनता दरबार का लाइव प्रसारण: मुख्यमंत्री ने 5 साल बाद फिर से जनता दरबार का कार्यक्रम शुरू किया है. मुख्यमंत्री ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू की खराब परफॉर्मेंस के बाद फिर से जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी. कोरोना महामारी के कारण जनता दरबार पहले शुरू नहीं हो पाया था. इसे http://cm.bihar.gov.in/live , https://www.facebook.com/iprdbihar , https://twitter.com/IPRD_Bihar और https://www.youtube.com/iprdbihar पर लाइव देखा जा सकता है.

पढ़ें -जनता दरबार में आया 16 करोड़ के इंजेक्शन का मामला...सीएम ने कहा- कोई सीमा होता है..जाइए स्वास्थ्य विभाग के पास

पढ़ें -आज सीएम नीतीश कुमार का जनता दरबार, स्वास्थ्य शिक्षा सहित कई विभागों की सुनेंगे शिकायत

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करेंETV BHARAT APP


ABOUT THE AUTHOR

...view details