पटना:कांग्रेस के कद्दावर नेता सदानंद सिंह (Congress Senior Leader Sadanand Singh) के निधन से बिहार में शोक की लहर फैल गई है. बुधवार सुबह करीब 9:30 बजे पटना के खगौल के एक निजी अस्पताल में उनका निधन हुआ. करीब 11:30 बजे सदानंद सिंह के पार्थिव शरीर को विधानसभा लाया गया. विधानसभा परिसर में पार्थिव शरीर आने के बाद सदानंद सिंह अमर रहें के नारे लगते रहे.
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यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, मंत्री विजय कुमार चौधरी, संजय झा, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी समेत कई मंत्रियों और नेताओं ने सदानंद सिंह को श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि देने लोजपा नेता चिराग पासवान भी विधानसभा पहुंचे, हालांकि तब तक पार्थिव शरीर को ले जाया जा चुका था. नीतीश कुमार ने सदानंद सिंह के बेटे शुभानंद मुकेश से बातचीत की और उन्हें सांत्वना दिया. उन्होंने कहा कि सदानंद सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा.
नीतीश ने अपने शोक संदेश में कहा, 'सदानंद सिंह अनुभवी राजनेता थे. वे अपने क्षेत्र में लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे. उन्होंने अपने व्यक्तित्व की बदौलत समाज के सभी वर्गों का आदर और सम्मान प्राप्त किया. सदानंद सिंह ने भागलपुर के कहलगांव विधानसभा सीट का 9 बार प्रतिनिधित्व किया. 2000 से 2005 तक बिहार विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे. बिहार सरकार में सिंचाई और ऊर्जा राज्य मंत्री भी रह चुके थे. उनसे मेरा व्यक्तिगत संबंध था. उनके निधन से मर्माहत हूं. बिहार की राजनीति में उनका अहम योगदान था. उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है.'