पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने शिक्षक दिवस (Teachers Day) के शुभअवसर पर सभी शिक्षकों को बधाई और शुभकामनायें दी हैं. इसके साथ ही उन्होंने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नमन भी किया है.
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मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा, 'समाज और राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है. शिक्षक समाज के मेरुदण्ड (रीढ़ की हड्डी) हैं. इन्हें हर स्तर पर आदर और सम्मान मिलना चाहिए.' नीतीश कुमार ने उम्मीद जताई कि सभी शिक्षक राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे. वे देश की भावी पीढ़ी को इस तरह तैयार करें कि उनके मन में देश प्रेम, भाईचारा और सद्भाव की भावना विकसित हो. उनके अंदर देश के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना विकसित हो. वे अपनी योग्यता, ज्ञान, विज्ञान और व्यक्तित्व के सहारे देश का नाम उज्ज्वल करें.
बता दें कि इस बार शिक्षक दिवस महान भारतीय दार्शनिक, विद्वान और राजनीतिज्ञ डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की 133वीं वर्षगांठ के रूप में मनाया जा रहा है. राधाकृष्णन का जन्म पांच सितंबर 1888 को तमिलनाडु (तत्कालीन मद्रास) के तिरुमनी गांव में हुआ है. उनके दर्शन और उपदेश ने दुनियाभर में एक बड़ा प्रभाव डाला है. उनकी जयंती पांच सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाई जाती है.
सर्वपल्ली राधाकृष्णन के पिता का नाम सर्वपल्ली वीरस्वामी था, जो अधीनस्थ राजस्व अधिकारी थे और उनकी माता का नाम सर्वपल्ली सीता था. राधाकृष्णन ने 16 साल की उम्र में अपने दूर की चचेरी बहन शिवकामु से शादी कर ली. दंपती की छह संतानें पांच बेटियां और एक बेटा हुआ. डॉ. राधाकृष्णन ने मद्रास विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में स्नातक किया और बाद में, मैसूर विश्वविद्यालय और कलकत्ता विश्वविद्यालय में पढ़ाने के लिए चले गए, जहां वे छात्रों के बीच भी लोकप्रिय रहे.
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