पटना:ईद-ए-मिलाद-उन-नबी (Eid-e-Milad-un-Nabi) पैगंबर मुहम्मद की जयंती (birth anniversary of Prophet) है. यह इस्लामिक कैलेंडर (Islamic calendar) के तीसरे महीने में दुनिया भर में मनाई जाती है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 'ईद-ए मिलाद-उन-नबी' की शुभकामनाएं दी हैं.
ये भी पढ़ें- राज्य निर्वाचन आयोग ने छठे चरण के शिक्षक नियोजन पर लगाई रोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब की तालीम पूरे मानव समाज के फलाह, तरक्की और खुशनुदी के लिए है. उनका पैगाम, प्रेम, सहिष्णुता, शांति एवं विश्व बंधुत्व का है. इस पावन अवसर पर उन्होंने प्रदेश वासियों को मुबारकबाद देते हुए कहा कि प्रदेश वासियों को पारस्परिक सौहार्द, आपसी प्रेम और सहिष्णुता के साथ ईद-ए-मिलादुन्नबी मनाने का आह्वान किया. इस साल 2021 में इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक 19 अक्टूबर को ईद मिलाद-उन-नबी मनाई जाएगी.
इस दिन, लोग दीप जलाते हैं और अपने घरों और मस्जिदों को सजाते हैं और रात भर प्रार्थना सभा करते हैं. परंपरा के अनुसार हर साल लोग इकट्ठा होते हैं और पैगंबर के जन्म के आगमन को याद करते हैं और पैगेंबर मोहम्मद के जीवन, कार्यों और शिक्षा के बारे में कहानियां सुनाते हैं.
इस दिन को आम तौर पर सार्वजनिक समारोहों, दावत और परिवार के मिलन की तैयारी के साथ चिह्नित किया जाता है. त्योहार दान और जरूरतमंदों की मदद (donations to the needy) करने पर केंद्रित है. इसलिए, परिवार दावत को वंचितों के साथ साझा करते हैं और जरूरतमंदों को दान देते हैं. चूंकि यह दिन पैगंबर की पुण्यतिथि (death anniversary ) का भी प्रतीक है, इसलिए इसे शुरू में मिस्र में एक आधिकारिक त्योहार (official festival in Egypt) के रूप में मनाया जाता था और 11 वीं शताब्दी के दौरान लोकप्रिय हो गया.
वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुये प्रत्येक व्यक्ति का सचेत रहना जरूरी है. ऐसे में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव का सबसे अच्छा उपाय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन है. बाहर निकलते वक्त मास्क का प्रयोग जरूर करें और सेनेटाइजर लगाएं.