पटना:बिहार में शिक्षक नियोजन (Teacher Recruitment In Bihar) के तहत छठे चरण में 90762 प्राथमिक शिक्षक और 32714 माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति हो रही है. हालांकि प्राथमिक शिक्षकों के महज 42000 पद ही अब तक भरे जा सके हैं. विशेष चरण 14 से 16 मार्च तक होना है, जिसमें लगभग 3000 पद पर नियुक्ति होगी. वहीं माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षकों के छठे चरण में 32714 पदों के लिए नियोजन की प्रक्रिया फिलहाल कोर्ट के एक आदेश की वजह से स्थगित है. एक अनुमान के मुताबिक छठे चरण में प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों के लगभग 50000 पद ही भरे जा सकेंगे. बाकी पद सातवें चरण में ट्रांसफर हो जाएंगे.
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शिक्षकों की बहाली बिहार में एक बड़ा मुद्दा हमेशा से रही है. खासकर तब जब सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है. जिसे लेकर सरकार ने कई बार चिंता जताई है और इसी वजह से शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को हाल के दिनों में तेजी से पूरा करने का निर्देश सरकार ने दिया है लेकिन बड़ी संख्या में पद छठे चरण के बाद भी खाली रह जाएंगे और इसी वजह से अभ्यर्थियों को सातवें चरण का बेसब्री से इंतजार है. सातवें चरण में बड़ा बदलाव होने की पूरी संभावना है. शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मार्च महीने में सातवें चरण को लेकर बड़ी घोषणा हो सकती है. ये घोषणा खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) कर सकते हैं.
वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षा जगत के बारे में पूरी खबर रखने वाले लक्ष्मीकांत सजल ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में बताया कि छठे चरण या इससे पहले के चरणों में सरकार ने बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली की लेकिन यह बहालियां 8500 से ज्यादा नियोजन इकाइयों के जरिए की गई है. जो अपने-अपने तरीके से मेरिट लिस्ट और अन्य तरीकों से नियोजन की प्रक्रिया पूरी करती रही हैं. उन्होंने कहा कि नियोजन प्रक्रिया को लेकर हमेशा सवाल खड़े होते रहे हैं, क्योंकि शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच हो या फर्जी शिक्षकों का मामला, सरकार हमेशा फजीहत झेलती रही है.
उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में वर्ष 2006 से 15 के बीच नियुक्त करीब 100000 शिक्षकों के सर्टिफिकेट जांच को लेकर और उनके फर्जी होने की आशंका को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर बिहार चर्चा का विषय बना रहा है. यही वजह है कि सरकार अब इस फजीहत से बचने के लिए सातवें चरण से बड़ा बदलाव लाने की तैयारी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक अब जो शिक्षकों की बहाली होगी, उसमें आवेदन सेंट्रलाइज तरीके से ऑनलाइन लिए जाएंगे यानी शिक्षक अभ्यर्थियों को हर नियोजन इकाई में जाकर आवेदन करने की बाध्यता नहीं रहेगी. सिर्फ एक आवेदन ऑनलाइन कर वह इस नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल हो जाएंगे.