बिहार का फेमस हांडी चंपारण मटन पटना: बिहार के चंपारण जिले में सबसे पहले चंपारण मटन को बनाया गया था. चंपारण जिले में यह इतना फेमस हुआ कि चंपारण के हर चौक चौराहे पर मिलने लगा. लोगों ने चंपारण मटन को इतना पसंद किया कि आज धीरे-धीरे बिहार और बिहार के बाद देश में भी चंपारण मटन को पसंद किया जा रहा है. चंपारण मटन इस तरफ फेमस हुआ कि लोग अब अपने घरों में भी इसे बनाने का प्रयास करने लगे हैं.
इसे भी पढ़ेंः Bihar Champaran Mutton : मटकी वाले 'चंपारण मटन' में क्या है खास? ऑस्कर के बाद अब बीजिंग में होगी स्क्रीनिंग
चंपारण मटन तैयार किया जा रहा. क्यों खास है चंपरण मटनः चंपारण मीट हाउस के संचालक कीर्ति कुमार ने बताया कि विश्व में 300 प्रजाति की खस्सी मिलता है. भारत में सबसे अच्छा मीट ब्लैक बंगाल प्रजाति का माना जाता है. यह बिहार, बंगाल और उड़ीसा में ज्यादा मिलता है. चंपारण में जो खस्सी होता है उसका टेस्ट लाजवाब होता है. इसे एक खास तरीके से बनाया जाता है. चंपारण मटन को मिट्टी के बर्तन में तैयार किया जाता है, जो इसे खास बनाता है. इसलिए लोग इसे इतना पसंद करते हैं.
कैसे बनता है चंपारण मटनः हांडी मटन को लकड़ी की आग पर तैयार किया जाता है. मिट्टी के बर्तन में सभी मसाले को डालकर अच्छे से मिक्स कर दिया जाता है. मसाले को बाहर प्रदेशों से भी मंगाया जाता है. हांडी को ढक्कन से ढंक दिया जाता है. इसके बाद आटे की लोई की मदद से ढक्कन को सील कर दिया जाता है. ढक्कन सील करने के बाद लकड़ी की आग या कोयले की आग पर रखकर लगभग एक से डेढ़ घंटे तक पकने के लिए छोड़ दिया जाता है. इसके बाद यह खाने के लिए तैयार हो जाता है.
रेसिपी क्या हैः चंपारण मीट तैयार करने के लिए प्याज, लहसुन, अदरक, लहसुन, पेस्ट, नमक, धनिया पाउडर, मिर्च, गरम मसाला, पाउडर, गरम मसाला, सरसों तेल, सौंप, दालचीनी, तेज पत्ता, जीरा, काली मिर्च, लौंग, धनिया पत्ता के साथ तैयार किया जाता है. कीर्ति कुमार ने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि चंपारण मटन पर फिल्म बनी है, जिसे ऑस्कर अवार्ड के लिए नॉमिनेट किया गया.
अब बात चंपारण मटन फिल्म कीः चंपारण मटन को बिहार के लाल द्वारा बनाया गया है. यह फिल्म ऑस्कर के स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड की फिल्म नैरेटिव कैटेगरी के सेमीफाइनल में पहुंच गई है. स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड चार अलग-अलग कैटेगरी में दिया जाता है. इस साल एफटीआईआई की कुल तीन फिल्मों को ऑस्कर के लिए भेजा गया था, लेकिन इसमें केवल 'चंपारण मटन' को ही शामिल किया गया. बता दें कि स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड फिल्म प्रशिक्षण संस्थानों से फिल्म बनाने की पढ़ाई कर रहे छात्रों की फिल्मों को दिया जाता है. 17 से 24 नवंबर तक आयोजित होने वाली बीजिंग में फिल्म फेस्टिवल में फिल्म दिखाई जाएगी.
क्या है फिल्म की कहानीः फिल्म चंपारण मटन की जो कहानी है वह चंपारण मटन पर ही आधारित है. कोरोना संक्रमण काल में जब एक गरीब परिवार की नौकरी चली जाती है. एक पत्नी अपने पति से चंपारण मटन खाने की इच्छा जाहिर करती है, लेकिन पति के पास पैसा नहीं होता है. जिस कारण से पति चंपारण मटन अपनी पत्नी को नहीं खिला पाता है. चंपारण मटन फिल्म के निर्देशक रंजन कुमार हैं. बिहार के चंदन कुमार ने अभिनेता के रूप में काम किया है. मुजफ्फरपुर के रहने वाली फलक खान अभिनेत्री है.
इसे भी पढ़ेंः Champaran Mutton Movie: अभिनेत्री फलक खान को राजद कार्यालय में किया गया सम्मानित, बोली- 'बिहार के लिए गर्व की बात'
इसे भी पढ़ेंः Bihar News : 'चंपारण मटन' के निर्देशक रंजन कुमार सम्मानित.. ऑस्कर के सेमीफाइनल में पहुंची फिल्म
इसे भी पढ़ेंः Rahul Gandhi ने लालू से सीखा 'चंपारण मटन' बनाना, कहा- सीक्रेट रेसिपी और ‘राजनीतिक मसाले’ पर हुई दिलचस्प बात.. देखें VIDEO