पटना: राजधानी में आए दिन आपराधिक घटनाएं घट रही हैं. पुलिस- प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी अपराध का ग्राफ कम नहीं हो रहा. क्राइम कंट्रोल करने में मददगार साबित होने वाले सीसीटीवी कैमरों का हाल भी बेहाल है. पटना के चौक-चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे आज शो-पीस बनकर रह गए हैं.
दरअसल, पटना में क्राइम को कंट्रोल करने के लिए कुल 320 कैमरे तमाम चौक चौराहों पर लगाए गए थे. लेकिन, मेंटेनेंस के अभाव में 105 से 107 सीसीटीवी कैमरे पिछले कई महीनों से बंद पड़े हुए हैं. बंद पड़े सीसीटीवी कैमरों का फायदा उठाकर वाहन चालक, अपराधी और असामाजिक तत्व अपनी मनमानी करते हैं.
कंपनी का पूरा हो गया कॉन्ट्रैक्ट
जानकारी के मुताबिक पटना के चौक-चौराहों पर लगे कैमरों का मेंटेनेंस जिस कंपनी को दिया गया था, उसका कार्यकाल पूरा हो गया. कंपनियों के कॉन्ट्रैक्ट को विभाग ने आगे नहीं बढ़ाया है. जिस कारण सीसीटीवी कैमरों को मेंटेन करने वाली एजेंसियां भी ध्यान नहीं दे रही हैं.