पटनाःसृजन घोटाला मामले में सीबीआई को बड़ी सफलता हाथ लगी है. इस मामले में सीबीआई की टीम ने बैंक ऑफ बड़ौदा के चीफ मैनेजर नवीन कुमार साहा को पटना के आयकर गोलम्बर के पास से गिरफ्तार किया है. बुधवार को सीबीआई अदालत में पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया.
न्यायिक हिरासत में भेजा गया जेल
सीबीआई ने नवीन साहा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने नवीन साहा को 5 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेजा दिया. एक माह के अंदर ये दूसरी बड़ी कामयाबी सीबीआई के हाथ लगी है. साहा को सीबीआई दिल्ली की टीम ने गिरफ्तार किया है.
घोटाले के समय भागलपुर में कार्यरत थे साहा
नवीन कुमार साहा पटना के बोरिंग रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की जोनल ऑफिस में चीफ मैनेजर के पद पर तैनात थे. जब साहा 2008 में भागलपुर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा में मैनेजर थे उस वक्त डीआरडीए के सरकारी खाते से मोटी रकम सृजन के खाते में ट्रांसफर की गई थी. सृजन घोटाला सामने आने के बाद इससे संबंधित मामला भागलपुर में दर्ज किया गया था. बाद में इस केस को सीबीआई को सौंप दिया गया.
इंडियन बैंक के मैनेजर भी हुए थे गिरफ्तार
मालूम हो कि सृजन घोटाला मामले में इसी महीने तमिलनाडु के कराईकुडी स्थित इंडियन बैंक के मुख्य प्रबंधक देव शंकर मिश्रा को गिरफ्तार किया था. उन्हें भी रिमांड पर पटना लाने के बाद जेल भेज दिया गया था. यह गिरफ्तारी सरकारी खाते की 8.79 करोड़ रुपए को सृजन के खाते में ट्रांसफर करने के मामले में हुई थी.
क्या है सृजन घोटाला
2007 में हुआ सृजन घोटाला एक एनजीओ, सरकारी विभागों और अधिकारियों की मिलीभगत की कहानी है. जिसमें शहरी विकास के पैसे को गैर-सरकारी संगठन के एकाउंट में पहुंचाया गया और वहीं से बंदरबांट हुई. इस मामले में सरकारी खाते का पैसा सीधे-सीधे निजी खाते में ट्रांसफर किया जा रहा था. यह घोटाला लगभग 700 करोड़ रुपये का है.