बिहार

bihar

ETV Bharat / state

बिहार की जेलों में बनाये गए क्वॉरेंटाइन सेंटर, कोरोना की No एंट्री के लिए उठाए गये ये कदम - bihar government

बिहार की 59 जेलों में तकरीबन 40 हजार कैदी बंद हैं, जबकि इतनी जेलों में 44 हजार कैदियों को रखा जा सकता है. ऐसे में जेल प्रशासन के सामने जेलों में कोरोना संक्रमण को रोकना किसी चुनौती से कम नहीं है. पढ़ें, पूरी खबर...

ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट
ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट

By

Published : May 20, 2020, 12:34 PM IST

पटना: बिहार में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसको लेकर सरकार अलर्ट मोड पर है. वहीं, भीड़भाड़ वाले स्थानों को लेकर एहतियाती कदम उठाये जा रहे हैं. बिहार के सभी कारागारों में सख्त निर्देश जारी किए गए हैं. कैदियों की समय-समय पर थर्मल स्क्रीनिंग करवायी जा रही है. इसके साथ ही जेल परिसर में सैनिटाइजर और साबुन उपलब्ध कराया जा रहा है.

बिहार के जेलों में अभी तक तकरीबन 40 हजार कैदी बंद हैं. कोरोना संक्रमण के चलते कई जेलों से भीड़ कम करने के लिए 4 हजार से ज्यादा कैदियों को दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जा चुका है. वहीं, कैदियों के परिजनों से मुलाकात पर रोक लगा दी गई है. जेल प्रशासन की ओर से जेल में लगवाये गए टेलीफोन और 'ई प्रिजनर्श' सॉफ्टवेयर सिस्टम के माध्यम से कैदी वॉइस कॉल के साथ-साथ वीडियो कॉल कर अपने परिजनों से संपर्क कर रहे हैं.

ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट

नए कैदियों के लिए पुख्ता इंतजाम
प्रदेश की सभी जेलों को सैनिटाइज कर उनकी साफ-सुथरा रखने की व्यवस्था की जा रही है. वहीं, नए कैदियों को लेकर जेल प्रशासन सख्त है. नये कैदियों का पूरा चेकअप कराया जा रहा है. इसके बाद उन्हें नहला कर, कपड़े बदलवा कर जेलों में शिफ्ट किया जा रहा है. उन्हें जेल की बैरक में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है. नए कैदियों को 14 दिन क्वॉरेंटाइन रूम में रखने के बाद ही दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है.

ऐसे मिलती है जेल में जाने की इजाजत

एक नजर बिहार की जेलों पर

  • बिहार में कुल 59 जेल हैं
  • इन जेलों में कुल 44 हजार कैदियों को रखा जा सकता है.
  • बिहार में कुल 8 सेंट्रल जेल हैं.
    थर्मल स्क्रीनिंग के बाद जेल में एंट्री
  • बिहार में कुल 32 डिस्ट्रिक्ट जेल हैं.
  • बिहार में कुल 17 सब जेल हैं.
  • बिहार में 1 खुला जेल और महिला कैदियों के लिए 1 जेल है.
    केंद्रीय कारा, बेऊर, पटना

कैदी बना रहे मास्क
कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर जेल के कैदियों को भी टास्क दिया गया है. इसके चलते वो मास्क बना रहे हैं. बिहार की कई जेलों में कैदी सूती कपड़े का मास्क तैयार कर रहे हैं. उनके बनाए गये मास्क का प्रयोग पुलिसकर्मी से लेकर पूरा जेल प्रशासन और कैदी खुद कर रहे हैं.

कैदियों के बनाए मास्क किये जा रहे इस्तेमाल

नहीं छोड़ रहे कैदी- जेल आईजी
सुप्रीम कोर्ट ने मार्च में एहतियाती कदम के रूप में जेलों से कैदियों को अस्‍थायी तौर पर रिहा करने को कहा था. इस बाबत, जेल आईजी मिथिलेश कुमार मिश्रा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद बिहार में पैरोल पर किसी भी कैदी को नहीं छोड़ा गया है. पैरोल पर 6 हफ्ता के लिए छोड़ने का नियम है. लेकिन 6 हफ्ते बाद जब कैदी जेल में वापस आएगा, तो संक्रमण का खतरा और बढ़ सकता है. इस वजह से हमने ऐसे कदम उठाया.

जेल आईजी मिथिलेश कुमार

बिहार में 49 कैदी रिहा
जेल आईजी ने बताया कि कोरोना काल के दौरान बिहार में 49 कैदियों को हमेशा के लिए रिहा कर दिया गया है. ये ऐसे कैदी थे जिनकी सजा या तो पूरी होने वाली थी या इनका आचरण अच्छा था. उन्होंने बताया कि जेलों तक कोरोना का संक्रमण न पहुंचे इसके लिए कैदियों के बीमार होते ही प्रशासन सक्रियता के साथ उनका इलाज और पूरा चेकअप करा रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details