ट्रांसजेंडर लीडर रेशमा प्रसाद पटना:बिहार में जातीय जनगणना चल रही है. इसको लेकर सियासत तेज हो गई है.ट्रांसजेंडर समुदाय की नेत्री रेशमा प्रसाद (Transgender Leader Reshma Prasad) ने बिहार में हो रही जातीय जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि जातीय जनगणना करवाना एक अपराध है. रेशमा प्रसाद ने कहा कि किसी भी सरकार को यह हक नहीं है कि किसी भी आदमी से उसकी जाति पूछे और उसके आधार पर विकास करने की बात कहे. उन्होंने कहा कि जाति जनगणना जो बिहार में हो रही है, वह अपराध है और वो इसका विरोध करती हैं.
ये भी पढ़ें- जातीय जनगणना: दलों में मची क्रेडिट लेने की होड़, लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बनेगा बड़ा मुद्दा
"जाति जनगणना होने से समाज में क्या माहौल बनता है. यह सभी को पता है और सरकार को भी पता है, लेकिन पता नहीं क्यों राजनीति जाति जनगणना करवाने में इतना रूचि लेते हैं. सच्चाई यही है कि जातीय जनगणना करवाना ही एक बड़ा अपराध है. मेरी नजर में जाति जनगणना नहीं होनी चाहिए."- रेशमा प्रसाद, ट्रांसजेंडर लीडर
"हम ट्रांसजेंडर हैं और हमारे समुदाय में अगर जातीय जनगणना होगी तो फिर किस तरह से जाति की गणना की जाएगी, आप ही बताइए. बिहार में सरकार करा रही है, हमें नहीं लगता है कि अच्छा चीज है. सरकार बहाने बना रही है कि समाज के अंतिम पायदान में जो लोग हैं, उसके विकास के लिए हमेशा करवा रहे हैं, लेकिन हम मानते हैं कि ऐसा कुछ नहीं होने वाला है."- रेशमा प्रसाद, ट्रांसजेंडर लीडर
जातीय जनगणना कराना अपराध: रेशमा प्रसाद ने कहा कि अगर कोई सरकार जाति पूछकर विकास की बात करे, तो आप खुद समझ लीजिए कि वह सरकार क्या करना चाहती है. इसीलिए हम जाति जनगणना के घोर विरोधी हैं. हमारा मानना है कि जाति जनगणना चाहे वह कहीं की भी सरकार कराए, वह एक बड़ा अपराध है. कभी भी सरकार के इस कदम की हम सराहना नहीं कर सकते हैं.