पटना:पटना व्यवहार न्यायालय में फिल्म मेकर लीना मणिमेकलाई और और उनकी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' जुड़े सभी कलाकारों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज (Documentary film Kaali Poster Controversy) कराया गया है. दरअसल, लीना मणिमेकलाई निर्मित डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' का ऑफिशियल पोस्टर जारी किया गया है. जिसमें हिंदुओं की देवी माने जाने वाली मां काली से मिलता जुलता एक फिल्मी चरित्र को धूम्रपान करते हुए दिखाया गया है. इसी मामले को लेकर कृष्ण कुमार कल्लू के आवेदन पर पटना सिविल कोर्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है.
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पोस्टर को लेकर विवाद बढ़ा:पटना सिविल कोर्ट के एडवोकेट सुनील कुमार सिंह का कहना है कि जिस तरह से लीना मणिमेकलाई और उनकी फिल्म से जुड़े कलाकारों ने इस फिल्म का पोस्टर जारी कर हिंदू भावना को ठेस पहुंचाई है, वह कतई उचित नहीं है. इसी मामले को लेकर कृष्ण कुमार कल्लू ने पटना सिविल कोर्ट में इस फिल्म से जुड़े हुए सभी कलाकारों और इसके प्रोड्यूसर पर हिंदुओं की भावना को ठेस पहुंचाने के साथ-साथ धार्मिक उन्माद भड़काने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है.
फिल्म निर्माता की गिरफ्तारी की मांग:डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली के पोस्टर में पोशाक पहने एक महिला को दिखाया गया है, जो हिंदू देवी माता काली से काफी मेल खाता है. पोस्टर के बैकग्राउंड में समलैंगिक समुदाय का झंडा भी दिखाया गया है. इसी मामले को लेकर देश के कई राज्यों में फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई पर FIR दर्ज किया गया है. इस फिल्म का पोस्टर ट्विटर पर भी काफी ट्रेंड कर रहा है. ट्विटर पर लोग इस फिल्म के पोस्टर को टैग करके फिल्म की प्रोड्यूसर को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं.
मुजफ्फरपुर, दिल्ली और लखनऊ में भी शिकायत दर्ज : बता दें इससे पहले लखनऊ के हजरतगंज थाने में फिल्म मेकर समेत 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर किया गया था. लखनऊ के वजीरगंज के रहने वाले अधिवक्ता वेद प्रकाश शुक्ला ने तहरीर दी थी. दिल्ली में साइबर सेल में शिकायत दर्ज करायी गयी है. गो महासभा के अध्यक्ष अजय गौतम ने दिल्ली कमिश्नर और गृह मंत्रालय को शिकायत दी है. उन्होंने शिकायत में बताया है कि काली माता को जिस तरह से पोस्टर में दिखाया गया उससे हिन्दुओं की धार्मिक भावना आहत होती है. वहीं बिहार के मुजफ्फरपुर में भी परिवाद दायर किया गया.
क्या है पूरा मामला? :फिल्ममेकर लीना मणिमेकलाई ने 2 जुलाई को अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म का पोस्टर शेयर किया था. काली नाम की डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर में हिंदू देवी के फिल्मी पात्र को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था. साथ ही, पोस्टर में मां काली के एक हाथ में एलजीबीटी समुदाय का सतरंगा झंडा दिखाया गया है.
पोस्टर विवाद पर लीना मणिमेकलई ने क्या कहा : फिल्म के पोस्टर पर हो रहे विवाद पर फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई ने ट्वीट करके अपना पक्ष रखा था. उन्होंने कहा था कि फिल्म उन घटनाओं के इर्द-गिर्द घूमती हैं जो उस शाम की है जब काली प्रकट होती हैं और टोरंटो की सड़कों पर टहलती हैं.
कौन हैं लीना मणिमेकलाई : डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' की डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई ने 2002 में शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री मथप्पा से अपनी फिल्मी सफर को शुरू किया. साल 2011 में लीना की पहली फीचर फिल्म सेंगडल रिलीज हुई थी. धनुष्कोड़ी के मछुआरों पर यह फिल्म बनी थी. जिनका जीवन श्रीलंका में एथनिक वॉर की वजह से बहुत प्रभावित हो रहा था. फिल्म को लेकर काफी बवाल भी हुआ था. उन्हें कानूनी लफड़े में भी फंसना पड़ा था. लीना मणिमेकलाई फिल्ममेकर के साथ-साथ कवियित्री और एक्ट्रेस भी हैं. उन्होंने कई डॉक्यूमेंट्री, फिक्शन और एक्सपेरिमेंटल पोयम फिल्में बनायी हैं. 5 कविता संकल भी प्रकाशित करवायी हैं.