पटना: देशभर में जाने-माने बिहार के प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रभात कुमार का इलाज के दौरान मंगलवार को हैदराबाद के किम्स हॉस्पिटल में कोरोना से निधन हो गया. डॉ. प्रभात कुमार के मौत की पुष्टि उनके सहयोगी रहे निरंजन ने की है. वह पिछले कई दिनों से गंभीर रूप से बीमार थे और कोरोना की चपेट में आने के बाद उनके फेफड़े बुरी तरह संक्रमित हो गए थे.
ये भी पढ़ें-EXCLUSIVE: बोले स्वास्थ्य मंत्री- बीमारी से निपटने में बिहार सक्षम, महामारी से जंग की बड़ी तैयारी जारी
जिंदगी की जंग हारे डॉ. प्रभात
पटना में पहले उनका इलाज मेडीवर्शल हॉस्पिटल में चला लेकिन, जब स्थिति नहीं सुधरी तो एयर एंबुलेंस से हैदराबाद ले जाया गया. डॉ. प्रभात कुमार की हैदराबाद में पैट्रियोस्टॉमी (सांस नली का ऑपरेशन) किया गया और वह लाइफ सपोर्ट लेवल टू पर चल रहे थे. मगर मंगलवार शाम जिंदगी की जंग हार गए और उनका इलाज के दौरान निधन हो गया.
पटना के सबसे व्यस्त कार्डियोलॉजिस्ट
डॉ. प्रभात कुमार बिहार में एंजियोप्लास्टी की सुविधा शुरू करने वाले चिकित्सक थे और इससे पहले लोगों को एंजियोप्लास्टी के लिए एम्स या फोर्टिस जैसे संस्थानों में जाना पड़ता था. वह पटना के सबसे व्यस्त कार्डियोलॉजिस्ट में गिने जाते थे और उनसे इलाज कराने के लिए लोग महीनों तक इंतजार करते थे.
ये भी पढ़ें-बिहार में 10 दिनों में संक्रमण दर आधे से भी कम, लेकिन चुनौतियां अभी भी बरकरार
चिकित्सा जगत में शोक की लहर
एक दिन पहले डॉ.प्रभात कुमार के बारे में जानकारी आई थी कि उनकी स्थिति सुधर रही है. उनकी कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई थी, मगर मंगलवार को उनकी स्थिति बिगड़ना शुरू हुई और उनका निधन हो गया. डॉ. प्रभात कुमार के निधन से प्रदेश के कार्डियोलॉजी चिकित्सा जगत में एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है. डॉ.प्रभात कुमार के निधन पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने ट्वीट कर अपनी संवेदना जाहिर की है और उनके निधन को व्यक्तिगत क्षति बताते हुए कहा है कि यह खबर उनके लिए अत्यंत दुखदाई है.