बीएसएससी परीक्षा रद्द करने की मांग पटना: बिहार की राजधानी पटना स्थित गांधी मैदान में रविवार को गांधी स्मारक के नीचे बीएसएससी अभ्यर्थी जमा हुए. अभ्यर्थियों ने कहा कि बीएसएससी के तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द करने की मांग (demand for cancellation of BSSC exam ) को लेकर सरकार को जो अल्टीमेटम दिया था, उसकी अवधि समाप्त हो गई है. अब अपनी मांगों को लेकर सोमवार 30 जनवरी को हजारों की तादाद में प्रदेशभर से अभ्यर्थी पटना पहुंचेंगे, पटना पहुंचकर बिहार कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय का घेराव करेंगे.
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तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द करने की मांगः बीएसएससी सीजीएल 3 की तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर अभ्यर्थी पूरी तरह से आरपार के मूड में है. अभ्यर्थियों ने सरकार को खुली चेतावनी दी है कि अल्टीमेटम की अवधि समाप्त हो गई है. अभ्यर्थियों ने मीडिया के सामने सरकार को खुली चेतावनी दी कि जो 29 जनवरी तक तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द करने का छात्रों ने समय दिया था वह समय खत्म हो रहा है. अब सोमवार को बीएसएससी कार्यालय का घेराव करेंगे.
दूसरी पाली का प्रश्न भी सोशल मीडिया पर घूम रहा: बीएसएससी अभ्यर्थी स्मृति ने कहा कि उन्होंने दूसरी पाली में परीक्षा दी और परीक्षा का प्रश्न सोशल मीडिया पर घूम रहा है. ऐसे में तो यह साफ है कि पेपर लीक हुआ है और यदि तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द नहीं की गई तो यह प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होगा. छात्र काफी परेशान हैं और चाहते हैं कि नीतीश कुमार युवाओं की आवाज सुने. सोमवार को अपनी आवाज को बुलंद करने के लिए आयोग कार्यालय पहुंचेंगी. वह सभी शांतिपूर्ण तरीके से अपना प्रदर्शन करेंगे और अगर उनकी मांग नहीं सुनी जाती है तो आगे अनिश्चितकालीन धरना देंगे और आमरण अनशन करेंगी.
"मैंने दूसरी पाली में परीक्षा दी और परीक्षा का प्रश्न सोशल मीडिया पर घूम रहा है. ऐसे में तो यह साफ है कि पेपर लीक हुआ है और यदि तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द नहीं की गई तो यह प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होगा. छात्र काफी परेशान हैं और चाहते हैं कि नीतीश कुमार युवाओं की आवाज सुने"-स्मृति कुमारी, अभ्यर्थी
पहले ही आयोग कार्यालय में दे दिया था ज्ञापनः वहीं अभ्यर्थी संगम कुमार ने कहा कि एक सप्ताह पहले वह लोग आयोग कार्यालय में ज्ञापन देने गए थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इस कारण विवश होकर उन लोगों को आंदोलन करना पड़ रहा है. उन लोगों की मांगे जायज है. तीनों शिफ्ट के क्वेश्चन पेपर वायरल हुए हैं. ऐसे में सिर्फ एक शिफ्ट की परीक्षा कैंसिल कर बाकी दो शिफ्ट के परीक्षार्थियों के साथ अन्याय किया जा रहा है. अगर दोनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द नहीं की गई तो पहले पाली में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के साथ भी अन्याय होगा.
"एक सप्ताह पहले हमलोगो आयोग कार्यालय में ज्ञापन देने गए थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इस कारण विवश होकर उन लोगों को आंदोलन करना पड़ रहा है. तीनों शिफ्ट के क्वेश्चन पेपर वायरल हुए हैं. ऐसे में सिर्फ एक शिफ्ट की परीक्षा कैंसिल कर बाकी दो शिफ्ट के परीक्षार्थियों के साथ अन्याय किया जा रहा है"-संगम राज, अभ्यर्थी
लाठी चार्ज से डरने वाले नहीं हैंः संगम ने कहा कि पिछली बार 4 जनवरी को जब अभ्यर्थियों ने प्रोटेस्ट किया था तो उनके ऊपर लाठीचार्ज कर दिया गया था, लेकिन इस बार लाठी से अभ्यर्थी डरेंगे नहीं और अपनी मांगों को लेकर बीएसएससी कार्यालय का घेराव करेंगे. फिर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठेंगे और फिर भी बात नहीं मानी गई तो जेल भरो आंदोलन किया जाएगा. वहीं छात्र नेता सौरव कुमार ने कहा कि उन लोगों ने आयोग कार्यालय में जाकर सात दिन पहले ज्ञापन दिया और सात दिन का समय दिया कि तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द की जाए, लेकिन आयोग ने ऐसा नहीं किया.
कल होगा बीएसएससी कार्यालय का घेरावः सौरव ने कहा कि अब विवश होकर हजारों की तादाद में अभ्यर्थी पटना पहुंचने लगे हैं. सोमवार को सभी अभ्यर्थी बीएसएससी कार्यालय पहुंचेंगे और कार्यालय का घेराव करेंगे. अभ्यर्थी इस बार प्रशासन के लाठी-डंडे से डरने वाले नहीं है. प्रदेश में नौजवानों का भविष्य बर्बाद हो रहा है और सरकार सुन नहीं रही ऐसे में अब विवश होकर छात्रों को आंदोलन का रूख अख्तियार करना पड़ रहा है. सुबह 11:00 बजे सोमवार को हजारों की तादाद में अभ्यर्थी आयोग कार्यालय का घेराव करेंगे और अपनी मांगों को लेकर आयोग और सरकार पर दबाव बनाएंगे.
"कल हमलोग हजारों की संख्या में आयोग के कार्यालय का घेराव करेंगे. सत्य और अहिंसा के आधार पर यह घेराव करेंगे. हमलोगों ने पहले ही इस मामले में ज्ञापन सौंपा था कि अगर हमलोगों की मांग पूरी नहीं होगी तो बीएसएससी कार्यालय का घेराव करेंगे. हमारी मांग थी कि परीक्षा के दौरान पेपर लीक हुआ था, तो तीनों परीक्षा को रद्द किया जाए. पूरे बिहार से छात्र यहां पहुंचेंगे"-सौरभ कुमार, छात्र नेता