पटना: बिहार विधान परिषद की 2 सीटों के लिए 28 जनवरी को उपचुनाव होगा. ये 2 सीटें पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा के कारण खाली हुई हैं. सुशील कुमार मोदी राज्यसभा सांसद चुने गए हैं. विनोद नारायण झा विधानसभा चुनाव जीतने के बाद विधान परिषद से इस्तीफा दे चुके हैं.
दो मंत्री बन सकते हैं उम्मीदवार
बीजेपी नेता विनोद नारायण झा के इस्तीफे से खाली हुई सीट का कार्यकाल 21 जुलाई 2022 तक है. वहीं, सुशील कुमार मोदी के इस्तीफे से खाली हुई सीट का कार्यकाल 5 मई 2024 तक है. बिहार सरकार में फिलहाल दो ऐसे मंत्री हैं जो किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं. इनमें भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी और पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी शामिल हैं.
विधान परिषद की 2 सीटों पर उपचुनाव 28 जनवरी को, उम्मीदवार बन सकते हैं दो मंत्री - बिहार विधान परिषद उपचुनाव
बिहार विधान परिषद की 2 सीटों के लिए 28 जनवरी को उपचुनाव होगा. दोनों सीटें बीजेपी कोटे की हैं, लेकिन उनपर जदयू से अशोक कुमार चौधरी और वीआईपी से मुकेश सहनी के उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है. उपचुनाव के लिए 11 जनवरी को नोटिफिकेशन जारी होगा.
बिहार विधान परिषद
विधान परिषद की खाली हुईं दोनों सीटें बीजेपी कोटे की हैं लेकिन उनपर जदयू से अशोक कुमार चौधरी और वीआईपी से मुकेश सहनी के उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है. दोनों सीटों के उपचुनाव के लिए 11 जनवरी को नोटिफिकेशन जारी होगा. चुनाव 28 जनवरी को होगा.