पटना: बीपीएससी अभ्यर्थी आज ट्वीटर पर तृतीय स्नातक की परीक्षा को रद्द (BPSC 3rd Graduate Level Combined Competitive Exam) करने का अभियान चला रहे हैं. इसके लिए अभ्यर्थियों ने ट्विटर महा आंदोलन #cancel_bssc_CGL3_all_shift नाम से अभियान चलाया है. दरअसल, अब तक एक पाली की परीक्षा रद्द (cancel bssc CGL3 all shift) की गई है. जबकि तीन पालियों में 23 और 24 दिसंबर को परीक्षा ली गई थी. अभ्यर्थियों की माने तो बीएसएससी की तीनों पालियों के प्रश्न पत्र वायरल (BSSC Exam Paper Leak) हुए थे.
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BSSC के अभ्यर्थियों का ट्विटर पर अभियान :सुबह से बीपीएससी के आक्रोशित अभ्यर्थी ट्विटर पर #cancel_bssc_CGL3_all_shift नाम से अभियान चला रहे हैं. तीन बजे तक अभ्यर्थियों ने बड़ी संख्या में ट्वीट (BPSC aspirant Maha Andolan on twitter) किया है. सुबह 11 बजे जब इस अभियान की शुरुआत हुई तो ट्वीट होना शुरू हो गया और दिन के एक बजे तक यह देश के टॉप ट्रेंडिंग में नंबर 1 पर आ गया. दिन में एक बजे तक करीब दो लाख 47 हजार ट्वीट इस अभियान के तहत हो चुके थे. शाम 5 बजे जब इस अभियान का वक्त पूरा हुआ, तब इस अभियान से जुड़े चार लाख 78 हजार ट्वीट हो चुके थे.
तीनों पालियों की परीक्षा रद्द करने की मांग :एक अभ्यर्थी ने ट्वीटर पर लिखा- ''जब परीक्षा में न पेन, न चप्पल, न मोबाइल, साथ ही परीक्षा हॉल में जैमर लगा होता है फिर भी पेपरलीक होकर सोशल साइट्स पर कैसे आ जाता है? राजस्थान, यूपी, बिहार में पेपर लीक होने की बाढ़ आ रही है. ये गंभीर विषय है. बिहार सरकार बीएसएससी CGL3 परीक्षा रद्द करें. #cancel_BSSC_CGL3_all_shift
'बिहार में पेपर लीक और भ्रष्टाचार अपने चरम पर' : एक दूसरे अभ्यर्थी ने ट्विट कर लिखा- ''#cancel_bssc_cgl3 को लेकर काफी विद्यार्थियों के mail मिले उनके अनुसार बिहार में परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो जा रहा है. बिहार में चाहे BPSC, BSSC हो धांधली कैसे हो रहा है? कही ना कही आयोग भी इसका जिम्मेदार है! बिहार में पेपर लीक और भ्रष्टाचार अपने चरम पर हैं. जिम्मेदार कौन?''
'सभी पालियों की परीक्षा तत्काल रद्द हो' : एक और अभ्यर्थी ने लिखा- ''जब आयोग मान रहा है कि पेपर लीक हुआ था तो केवल एक ही पाली का पेपर कैंसल करने का क्या तर्क है ! सभी पालियों की परीक्षा तत्काल रद्द हो! ऑनलाइन परीक्षा हो! लगातार हो रही पेपरलीक की घटनाओं को रोकने के लिए आयोगों- विभागों के महत्वपूर्ण बदलाव किए जायें! #cancel_BSSC_CGL3_all_shift''
बीएसएससी ने अभ्यर्थियों से मांगे सबूत : वहीं, बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने दूसरी और तीसरी पाली में हुए पेपर लीक (BSSC Paper Leak) मामले में साक्ष्य की मांग की है. कर्मचारी चयन आयोग ने कहा है कि अगर पुख्ता सबूत अभ्यर्थियों या किसी आम जनता के पास है तो वह आयोग को उपलब्ध कराए. आयोग ने तीन दिन का समय दिया है. अगर इस बीच पेपर लीक से संबंधित कोई सबूत मिलता है तो परीक्षा रद्द की जाएगी.
तीनों पालियों की परीक्षा रद्द करने की मांग : इस पूरे मामले में प्रथम पाली की परीक्षा को बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने रद्द कर दिया है. लेकिन, तमाम अभ्यर्थियों का कहना है कि पूरी परीक्षा को आयोग रद्द करे. क्योंकि, तीनों शिफ्ट की परीक्षा के क्वेश्चन सोशल मीडिया साइट पर मौजूद है. अभ्यर्थियों का कहना है कि (BSSC CGL 2022 Exam) जब कोई छात्र मोबाइल लेकर जा नहीं सकता है, क्वेश्चन पेपर बाहर लेकर आने की अनुमति नहीं है ऐसे में तीनों शिफ्ट के क्वेश्चन कैसे सोशल मीडिया पर घूम रहे हैं. यह अपने आप में संदेह पैदा कर रहा है.
''परीक्षा केंद्र पर जैमर लगा था. मोबाइल लेकर कोई जा नहीं सकता है, तो तीनों शिफ्ट के क्वेश्चन पेपर सोशल मीडिया में कैसे वायरल हुए? यह अपने आप में सवाल है. छात्रों की मांग है कि पूरी परीक्षा को रद्द करके नई परीक्षा आयोजित की जाए. इस परीक्षा में अभ्यर्थियों को ओएमआर शीट भी दिया जाए, क्वेश्चन पेपर भी साथ लेकर जाने की अनुमति दी जाए. इसके साथ ही परीक्षा को पारदर्शी तरीके से कराने के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित किया जाए कि क्वेश्चन पेपर वायरल ना हो.''- दिलीप कुमार, छात्र नेता
प्रश्न पत्र जमा कर लिया तो बाहर कैसे पहुंचा पेपर :बीएसएससी सीजीएल 3 के अभ्यर्थी दीपक कुमार ने बताया कि उनकी परीक्षा 24 दिसंबर को तीसरे शिफ्ट में आयोजित की गई. वह जब परीक्षा देकर घर पहुंच कर मोबाइल देखना शुरू किए तो कई सोशल मीडिया साइट पर क्वेश्चन पेपर उनकी परीक्षा के वायरल हो रहे थे. यह हूबहू वही प्रश्न थे जो उनकी परीक्षा में पूछे गए थे.
''जब परीक्षा हॉल के अंदर जाने के पहले जूता मोजा तक उतरवा लिया जाता है, क्वेश्चन पेपर को भी एग्जामिनेशन हॉल से बाहर नहीं ले जाने दिया जाता है. तो परीक्षा का क्वेश्चन कैसे बाहर सोशल मीडिया पर दिख रहा है? यह अपने आप में संदेह पैदा कर रहा है. हमारी मांग है कि पूरी परीक्षा रद्द की जाए और फिर से पारदर्शी तरीके से साफ और स्वच्छ माहौल में परीक्षा ली जाए. जिसमें क्वेश्चन पेपर लीक की कोई गुंजाइश ना हो.'' - दीपक कुमार, बीएसएससी अभ्यर्थी
'तीनों पालियों के वायरल हुए पेपर': बीएसएससी द्वारा तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त परीक्षा का आयोजन प्रदेश के 38 जिले के 528 परीक्षा केंद्रों पर 23 दिसंबर और 24 दिसंबर को कुल तीन पालियों में किया गया था. 2187 पदों के लिए होने वाली इस परीक्षा में नौ लाख के करीब अभ्यर्थी शामिल हुए. प्रत्येक शिफ्ट की परीक्षा में करीब तीन लाख के करीब अभ्यर्थी सम्मिलित हुए. इसी में पहले दिन प्रथम पाली की परीक्षा के दौरान जब परीक्षा चल रही थी, कई व्हाट्सएप ग्रुप पर क्वेश्चन वायरल होकर आने लगे. जब परीक्षा देकर छात्र निकले तो छात्रों ने बताया कि यह प्रश्न हूबहू वही था जो वायरल हो रहा था.
छात्र नेता दिलीप कुमार ने जारी किया था वायरल पेपर:छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि पहले दिन पहली पाली की परीक्षा के दौरान उनके पास क्वेश्चन पेपर वायरल होकर पहुंचे तो उन्होंने आर्थिक अपराध इकाई को भेजा. जिसके बाद सोमवार को आर्थिक अपराध इकाई उन्हें पूछताछ के लिए कार्यालय में बुलाकर पूछताछ की. दिलीप ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों के सभी सवालों के जवाब दिए और अधिकारियों ने उनसे जाना कि उन्हें क्वेश्चन पेपर कब और कैसे मिले, अधिकारियों के मन में जो भी शंकाएं थीं, उसको लेकर उनसे सवाल पूछा गया और उन्होंने सभी का जवाब दिया.