बीएसएससी अभ्यर्थियों से बातचीत करने नेता प्रतिपक्ष पटनाःबिहार की राजधानी पटना का माहौल जनवरी की ठंड में भी गर्म हो गया है. मामला बीएसएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन में लाठीचार्ज का है. डाकबंगला चौराहा पर लाठीचार्ज के बाद घायल अभ्यर्थी बीजेपी प्रदेश कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा से मिलने (BSSC Aspirants Met Vijay sinha in Patna ) पहुंचे. वहां अभ्यर्थियों ने अपनी समस्या नेता प्रतिपक्ष के सामने रखी. इस पर विजय सिन्हा ने सभी छात्रों को आश्वासन दिया कि वह सरकार से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराधियों की सरकार चल रही है, फिर भी वह छात्रों की मांगों के साथ पूरी तरह डट कर खड़े हैं.
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छात्रों की मांग पूरी नहीं हुई, तो समाधान यात्रा में पैदा होगा व्यवधानः नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि छात्र पर लाठीचार्ज कराकर सरकार अपनी कमजोरी और नाकामी को छिपा रही है. भ्रष्ट लोगों को बचा रही है. तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द होनी चाहिए. क्योंकि यह नौ छात्रों के भविष्य का सवाल है. छात्रों के आंदोलन को सरकार यदि लाठी और गोली से दबाना चाहती है तो सरकार सुन ले यह मामला नहीं दबेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो समाधान यात्रा निकाल रहे हैं तो ध्यान से सुन ले छात्रों के हित में फैसला नहीं लिया गया मुख्यमंत्री के समाधान यात्रा में प्रत्येक जिले में यही छात्र व्यवधान पैदा करेंगे.
"छात्रों के आंदोलन को सरकार यदि लाठी और गोली से दबाना चाहती है तो सरकार सुन ले यह मामला नहीं दबेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो समाधान यात्रा निकाल रहे हैं तो ध्यान से सुन ले छात्रों के हित में फैसला नहीं लिया गया मुख्यमंत्री के समाधान यात्रा में प्रत्येक जिले में यही छात्र व्यवधान पैदा करेंगे"- विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष
बीएसएससी अभ्यर्थियों के पक्ष में उतरे विजय सिन्हा कई बच्चों को आई है गंभीर चोटः विजय सिन्हा ने कहा कि अभ्यर्थियों ने उनसे मिलकर शिकायत की है कि कई बच्चों को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें भी पकड़ कर थाने में ले जाया गया है यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, यह सरकार प्रदेश में गुंडाराज स्थापित कर दी है और गुंडई के बदौलत शासन करना चाहती है. बच्चों का काम नहीं है कि वह आयोग तक प्रमाण पहुंचाते रहे बल्कि जब पेपर लिक हुआ है तो सरकार तीनों शिफ्ट की परीक्षा को रद्द करते हुए निष्पक्ष जांच कराएं. इस मामले को लेकर वह सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेंगे और सरकार के शीर्ष पदाधिकारियों से भी बात करेंगे.
बीटेक अभ्यर्थियों की मजबूरी नहीं सुन रही सरकारः विजय सिन्हा से एक अभ्यर्थी ने कहा कि वह बीटेक किए हुए हैं. सरकार प्रदेश में जब भी जेई की बहाली निकालती है तो उसमें हायर डिग्री वालों को मौका नहीं दिया जाता. ऐसे में हार थक कर जब जनरल कंपटीशन की तैयारी में आए तो कई साल के लंबे अंतराल के बाद परीक्षा हुआ और परीक्षा में भी पेपर लीक हो जाता है और जब अपने हक की आवाज उठाते हैं तो उनके ऊपर बर्बर तरीके से लाठीचार्ज कर दिया जाता है जैसे कि वह कोई दुर्दांत अपराधी है.
पेपर लीक होने पर अभिभावक को जवाब देते नहीं बनताःएक अभ्यर्थी ने विजय सिन्हा से शिकायत की कि पिताजी किसान हैं. पटना में रहकर ट्यूशन पढ़ाकर अपना पढ़ाई का खर्चा निकालते हैं और घर से बार-बार सवाल पूछा जाता है कि नौकरी कब निकाल रहे हो. ऐसे में जवाब देने में नहीं बनता है. एक तो प्रदेश में वैकेंसी नहीं आती है और वैकेंसी आती है तो क्वेश्चन पेपर लीक हो जाता है. अपनी मांगों को लेकर जब सड़क पर उतरते हैं, तो हमलोगों पर लाठी चार्ज हो जाता है. ऐसे में वह कहां रोए, कहां अपना दुखड़ा सुनाएं, कोई नहीं है.
"पिताजी किसान हैं. पटना में रहकर ट्यूशन पढ़ाकर अपना पढ़ाई का खर्चा निकालते हैं और घर से बार-बार सवाल पूछा जाता है कि नौकरी कब निकाल रहे हो. ऐसे में जवाब देने में नहीं बनता है"- बीएसएससी अभ्यर्थी
तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द करने की मांग: अभ्यर्थियों ने कहा कि तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द होनी चाहिए. क्योंकि सेकंड और थर्ड शिफ्ट के भी क्वेश्चन सोशल मीडिया में घूम रहे हैं और कई अभ्यर्थियों ने सबूत भी आयोग को मेल कर दिया है, लेकिन आयोग इसके बावजूद परीक्षा रद्द करके दोबारा पारदर्शी तरीके से परीक्षा आयोजित कराने को तैयार नहीं हो रहा है. अभ्यर्थियों से मिलने के बाद नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि या घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार का यह तानाशाही रवैया बताता है कि यह सरकार बच्चों के प्रतिभा का हनन करने वालों पर कार्रवाई करने के बजाय, इस भीषण ठंड में सरकार के निर्देश पर प्रशासन ने छात्रों पर बर्बर लाठीचार्ज कर रही है. यह प्रदेश में सरकार के तानाशाही रवैया को दिखाता है.
CBI पर भरोसा नहीं तो हाईकोर्ट के जज से करा लें जांच: विजय सिन्हा ने कहा कि वह छात्रों की मांगों के साथ पूरी तरह डट कर खड़े हैं. उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि पूरी परीक्षा को रद्द की जाए और पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच कराई जाए और अगर सीबीआई पर भी सरकार को भरोसा नहीं है तो पटना हाई कोर्ट के सिटिंग जज से पेपर लीक मामले की जांच कराई जाए. आयोग में लंबे समय से जो अधिकारी और कर्मचारी बैठे हुए हैं और आयोग को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाए हुए हैं उन्हें तत्काल आयोग से हटाया जाए.
"बिहार में गुंडई के बदौलत शासन किया जा रहा है. पेपर लीक होने पर सरकार दोषियों पर कार्रवाई करके, परीक्षा रद्द नहीं कर, उल्टे मांग करने वाले छात्रों को पीट रही है. यह प्रदेश में सरकार के तानाशाही रवैया को दिखाता है. पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच कराई जाए और अगर सीबीआई पर भी सरकार को भरोसा नहीं है तो पटना हाई कोर्ट के सिटिंग जज से पेपर लीक मामले की जांच कराई जाए. इस मामले को लेकर सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेंगे" -विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष