पटना: बिजली काटने के नाम पर साइबर ठगी को रोकने के लिए बीएसपीएचसीएल ने उपभोक्ताओं को किसी भी मैसेज में दिए गए नंबर पर कॉल या पेमेंट ना करने की अपील की है. बीएसपीएचसीएल के सीनियर प्रोटोकॉल ऑफिसर ख्वाजा जमाल ने ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव सह बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस के निर्देश पर साइबर ठगों के एक बार फिर सक्रिय होने की सूचना एडीजी (आर्थिक अपराध इकाई ) नैय्यर हसनैन खान को दी है. साथ ही जिन नंबरो से साइबर ठग बिजली उपभोक्ताओं को मैसेज कर रहे हैं, उनकी सूची उपलब्ध कराते हुए वैसे नंबरों को ब्लॉक करने का आग्रह किया है.
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साइबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह:बीएसपीएचसीएल के सीनियर प्रोटोकॉल ऑफिसर ख्वाजा जमाल ने एडीजी नैय्यर हसनैन से ऐसे साइबर ठगों के खिलाफ अभियान चलाकर नकेल कसने की गुजारिश की है. दरअसल, राज्य में साइबर ठगी के मामले फिर से बढ़ गए हैं. साइबर ठग बिजली काटने का भय दिखा कर लोगों को अपने झांसे में ले लेते हैं. हालांकि डिस्कॉम कंपनियां बिजली कटने की सूचना एक सप्ताह पहले से मैसेज भेजकर उपभोक्ताओं को अगाह करती हैं. मैसेज में डिस्कॉम द्वारा कोई भी मोबाइल नंबर या लिंक नहीं दिया जाता है.
रात में नहीं काटी जाती बिजली: बीएसपीएचसीएल की ओर से स्पष्ट तौर बताया गया है कि डिस्कॉम कंपनियां लगातार तीन दिन बैलेंस शून्य होने के बाद तीसरे दिन कार्य दिवस होने पर ही सुबह 10 से 1 बजे के बीच ही बिजली काटती है. डिस्कॉम द्वारा रात में बिजली नहीं काटी जाती है. बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस का कहना है कि ऐसे किसी भी कॉल पर भरोसा ना करें, जिसमें रात के वक्त बिजली काटने की चेतावनी के नाम पर पेमेंट करने के लिए कहा जाता है.
"साइबर ठगी करने वाले लोग हर रोज नए हथकंडे अपना रहे हैं. वे बिल अपडेट, मीटर रिचार्ज के नाम पर लोगों को ठग रहे हैं. डिस्कॉम कंपनियां उपभोक्ताओं के रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर पर ही मैसेज भेजती है. उपभोक्ताओं के मोबाइल पर डिस्कॉम कंपनी कोई मोबाइल नंबर नहीं भेजती है. साइबर फ्राडों से उपभोक्ताओं को सतर्क रहना जरूरी है. थोड़ी भी आशंका होने पर उपभोक्ता अपने निकट के बिजली कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं"-संजीव हंस, अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक, बीएसपीएचसीएल