पटना : बिहार दारोगा भर्ती परीक्षा 2023 का आयोजन 17 दिसंबर यानी कल को दो शिफ्ट में किया जा रहा है. इस संबंध में बिहार अवर सेवा आयोग के अध्यक्ष केएस द्विवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर परीक्षा के संबंध में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 1275 पदों पर निकली वैकेंसी के लिए पहली शिफ्ट की परीक्षा सुबह 10:00 से 12:00 तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 2:30 से 4:30 तक होगी. अभ्यर्थियों को परीक्षा शुरू होने से डेढ़ घंटे पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचना है और परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले ही गेट बंद कर दिए जाएंगे.
दारोगा भर्ती परीक्षा पर बीपीएसएससी की प्रेस कॉन्फ्रेंस : गेट बंद होने के बाद एंट्री नहीं मिलेगी. परीक्षा में 6.61 लाख अभ्यर्थी सम्मिलित हो रहे हैं. कुल 613 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. प्रत्येक शिफ्ट में 3.30 लाख अभ्यर्थी सम्मिलित होंगे. केएस द्विवेदी ने बताया कि परीक्षा में क्वेश्चन पेपर आउट ना हो इसकी पूरी मुकम्मल व्यवस्था कर ली गई है. जिला तक परीक्षा का क्वेश्चन बुकलेट पहुंचा दिया गया है, अब जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है.
''परीक्षा से पहले क्वेश्चन वायरल नहीं होगा यह हमारी गारंटी है. परीक्षा के बाद यदि कोई मोबाइल से क्वेश्चन का फोटो खींचकर वायरल करता है तो उसकी भी पहचान की व्यवस्था की गई है. क्वेश्चन बुकलेट के हर पेपर पर एक यूनिक आईडी कोड है और कोई भी एक क्वेश्चन अगर वायरल होता है तो वह एक से 2 घंटे में पता चल जाएगा की किस केंद्र के किस अभ्यर्थी का क्वेश्चन बुकलेट है.''- केएस द्विवेदी, अध्यक्ष, बिहार लोक सेवा आयोग
कल बिहार दारोगा भर्ती की परीक्षा : आयोग के अध्यक्ष केएस द्विवेदी ने कहा कि परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए पूरी व्यवस्था की गई है. सभी परीक्षा केंद्रों पर कुल 16000 से अधिक कैमरे लगाए गए हैं, जिसकी मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम से की जा रही है. परीक्षा में इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भी व्यापक इस्तेमाल किया जा रहा है. यदि कोई अभ्यर्थी किसी और परीक्षा में दूसरे नाम से बैठा है और इस परीक्षा में दूसरे नाम से बैठा हुआ नजर आता है तो उसे एआई पहचान कर लेगा.
'मुन्ना भाइयों की खैर नहीं': सभी अभ्यर्थियों की परीक्षा केंद्र के अंदर एडमिट कार्ड के साथ फोटोग्राफी होगी और बायोमेट्रिक लिया जाएगा. यदि परीक्षा में कोई किसी प्रकार की गड़बड़ी करते पाया जाता है तो उसे अगले तीन वर्षों के लिए आयोग की परीक्षाओं से निलंबित कर दिया जाएगा. जो अभ्यर्थी पहले से किसी दूसरे परीक्षा में निलंबित है उनकी भी इसमें पहचान की जाएगी. आयोग के अध्यक्ष केएस द्विवेदी ने कहा कि परीक्षा का नियमावली पूर्व से तय है. अभी तक उनके पास इसको लेकर कोई मजबूत डिमांड नहीं आई है कि ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी और क्वेश्चन बुकलेट को उपलब्ध कराया जाएं.