पटना:बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) ने राज्य सरकार के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 6421 पदों पर प्रधानाध्यापक के पदों पर भर्ती (BPSC Recruitment For Headmaster Post) का नोटिफिकेशन जारी किया है. बीपीएससी की आधिकारिक www.bpsc.bih.nic.in पर दी गई जानकारी के मुताबिक, कुल 6421 पदों पर नियुक्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 5 फरवरी यानी आज से शुरू होगी और 28 मार्च तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा.
यह भी पढ़ें -अच्छी खबर: बिहार में 207 स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की निकली वैकेंसी, ये है आवेदन की अंतिम तारीख
आवेदन करने के बाद अभ्यर्थी चार अप्रैल तक फॉर्म में सुधार कर सकते हैं. सामान्य के लिए 750 रुपये, एससी-एसटी, महिला व दिव्यांग अभ्यर्थी को 200 रुपये आवेदन फीस देनी होगी. इससे जुड़ी जानकारी विस्तार से आयोग की वेबसाइट पर पा सकते हैं. इन पदों के लिए इच्छुक और योग्य उम्मीदवार बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
पीजी में 50 प्रतिशत अंक होना आवश्यक: बीपीएससी (BPSC) के संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने कहा कि आवेदन के लिए मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 50 प्रतिशत अंकों के साथ पीजी उत्तीर्ण होना आवश्यक है. एससी-एसटी, ईबीसी, बीसी, दिव्यांग, महिला और आर्थिक रूप से कमजोर अभ्यर्थियों को पांच प्रतिशत की छूट दी गई है. अभ्यर्थियों को मान्यता प्राप्त संस्थान से बीएड/ बीएएड/ बीएससी एड पास होने के साथ ही 2012 या उसके बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा में क्वालीफाई होना भी आवश्यक है.
अरबी-फारसी और संस्कृत विवि की डिग्री भी मान्य:संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने कहा कि मौलाना मजहरूल हक अरबी और फारसी विश्वविद्यालय, पटना, बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड की ओर से दी जाने वाली फाजिल की डिग्री और कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय की आचार्य की डिग्री को पीजी के बराबर माना जाएगा. पंचायत और नगर निकाय के अधीन कार्यरत शिक्षक के लिए न्यूनतम और अधिकतम आयु सीमा अलग से निर्धारित नहीं होगी.
पदों के लिए 31 से 47 वर्ष उम्र सीमा निर्धारित:आयोग के मुताबिक, सीबीएसई, आइसीएसई, बीएसईबी से संबद्धता प्राप्त विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए एक अगस्त, 2021 को न्यूनतम आयु 31 वर्ष और अधिकतम 47 वर्ष होनी चाहिए. आरक्षित श्रेणी में सरकार के प्रावधान के अनुसार छूट दी जाएगी. सेवानिवृत्त होने के लिए 60 वर्ष की आयु सीमा तय की गई है. कार्मिक और प्रशासनिक सुधार विभाग के निर्देश के आलोक में भूतपूर्व सैनिकों को उम्र सीमा में तीन वर्ष और प्रतिरक्षा सेवा में बताई गई सेवा अवधि के योग के बराबर छूट दी जाएगी. इसके लिए वास्तविक उम्र आवेदन की तिथि को 53 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए.
8 से 12 वर्ष तक की नियमित सेवा का अनुभव जरूरी: उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक बनने के लिए न्यूनतम अनुभव सीमा भी तय की गई है. इसके तहत राज्य सरकार के विद्यालय में पंचायती राज संस्था एवं नगर निकाय के अधीन माध्यमिक शिक्षक पद पर न्यूनतम 10 वर्ष की सेवा, सीबीएसई, आइसीएसई, बीएसईबी से स्थायी संबद्धता प्राप्त विद्यालय में माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 12 वर्ष की लगातार सेवा का अनुभव आवश्यक है. राज्य सरकार के विद्यालय में पंचायती राज संस्था और नगर निकाय के तहत उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यूनतम 8 वर्ष की सेवा देने वाले और सीबीएसई, आइसीएसई, बीएसईबी से स्थायी संबद्धता प्राप्त विद्यालय में उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर न्यनूतम 8 वर्ष की लगातार सेवा का अनुभव जरूरी है. बीपीएससी ने स्पष्ट किया है कि अनुभव संबंधित सभी प्रमाण पत्र 28 मार्च, 2022 के पहले जारी होना चाहिए.
किस कोटि के लिए कितने पद देखें -
- कोटि-कुल पद-महिला आरक्षण
- सामान्य-2571-903
- ईडब्ल्यूएस-639-189
- अनुसूचित जाति-1027-385
- अनुसूचित जनजाति-66-20
- अत्यंत पिछड़ा वर्ग-1157-426
- पिछड़ा वर्ग-769-256
- पिछड़ा वर्ग की महिलाएं-192-00
दिव्यांगों के लिए भी चार प्रतिशत सीट रिजर्व -
- दृष्टि बाधित 67
- मूक बधिर 65
- अस्थि दिव्यांग 63
- मनोविकार 62
महिलाओं के लिए 2179 सीटें (35 फीसदी) आरक्षित:बता दें कि महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया जाएगा. यह क्षैतिज आरक्षण होगा. कुल सीटों में दो हजार 179 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. स्वतंत्रता सेनानियों के पोता, पोती, नाती, नतिनी के लिए कुल पदों का दो प्रतिशत रिजर्वेशन सीमा दिया गया है. इसके तहत कुल 128 पदों पर नियुक्ति रिजर्व होगी.
लिखित परीक्षा में पूछे जाएंगे 150 सवाल:प्रधानाध्यापक पदों के लिए केवल लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 150 प्रश्न पूछे जाएंगे. सामान्य अध्ययन से 100 और बीएड कोर्स से 50 अंकों के प्रश्न पूछे जाएंगे. परीक्षा ओएमआर शीट पर ली जाएगी. प्रत्येक प्रश्न के लिए एक अंक निर्धारित है, जबकि 0.25 अंक गलत उत्तर के लिए काटे जाएंगे. प्रश्न अनुत्तरित रहने यानी प्रश्न का उत्तर नहीं दिए जाने पर कोई अंक नहीं दिए जाएंगे. यह लिखित परीक्षा दो घंटे की होगी. लिखित परीक्षा में सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 40 प्रतिशत, पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 36.5 प्रतिशत, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के उम्मीवारों को 34 प्रतिशत एवं एससी-एसटी, महिलाओं और दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए 32 प्रतिशत न्यूनतम क्वालीफाई अंक है.