पटना: बिहार सरकार ने तत्कालिन भोजपुर जिले के बड़हरा बीडीओ को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. बताया जाता है कि पांच साल पहले (2017) राजधानी के घोसवरी प्रखंड के तत्कालीन बीडीओ को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था. बाद में जमानत पर छूटने के बाद जयवर्धन गुप्ता ने पोस्टिंग ले ली थी. लेकिन रिश्वत मामले में गिरफ्तारी के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था, जिस पर नीतीश कैबिनेट (Bihar Cabinet Meeting) ने आज मुहर लगा दी.
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कैसे हुई थी गिरफ्तारी? : जानकारी के मुताबिक, करीब पांच साल पहले जयवर्धन गुप्ता ने घोसवरी प्रखंड में बीडीओ के पद पर रहते हुए एक लाख रुपये की घूस की मांग की थी. इसकी शिकायत घोसवरी प्रखंड के दिनेश गोप ने निगरानी में की. जयवर्धन गुप्ता पर आरोप था कि इन्होंने योजना की मंजूरी के लिए दिनेश गोप से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी. जिसके बाद निगरानी की टीम ने जयवर्धन गुप्ता को मोकामा में उनके किराये के आवास से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. साथ ही गिरफ्तार के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था. इससे पहले जयवर्धन गुप्ता का भोजपुर के वीर कुंवर सिंह कॉलेज में BPSC पेपर लीक मामले में भी सामने आया था.