पटना के सौरव रंजन BPSC में 5वीं रैंक लाकर बनें सब रजिस्ट्रार पटना: बिहार लोक सेवा आयोग की 68वीं परीक्षा में पटना के सौरभ रंजन ने पांचवां स्थान प्राप्त किया है. सौरव का चयन सब रजिस्ट्रार के लिए हुआ है. इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन से बीटेक करने के बाद एक साल मल्टी नेशनल कंपनी में काम किया इसके बादसिविल सर्विसेज की तैयारी में लग गए. बीपीएसपी 68वीं परीक्षा में 5वीं रैंक हासिल कर परिवार का मान बढ़ाया.
सेल्फ स्टडी से निकाला BPSC: सौरभ रंजन ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि इंजीनियरिंग के दौरान ही उन्होंने यह तय कर लिया था कि वह सिविल सर्विसेज की परीक्षा देंगे. दिल्ली के राजेंद्र नगर में 7 महीने यूपीएससी की तैयारी की है, लेकिन बीपीएससी की परीक्षा सेल्फ स्टडी के दम पर पास की है. यूपीएससी परीक्षा कंप्लीट करना लक्ष्य है. बीपीएसपी मेंस निकालने के बाद उन्होंने कुछ जगहों पर जाकर मॉक टेस्ट दिया.
"इंजीनियरिंग के दौरान ही तय कर लिया था कि सिविल सर्विसेज की तैयारी करूंगा. दिल्ली में कुछ दिन यूपीएससी की तैयारी की. इसके बाद घर आ गया और बीपीएससी के लिए सेल्फ स्टडी किया. मेंस निकलने के बाद कुछ जगह मॉक दिया, जिससे काफी फायदा मिला. अगला लक्ष्य यूपीएससी निकालना है." -सौरभ रंजन, बीपीएससी टॉपर
इंटरव्यू में पूछे गए ये सवालः सौरव रंजन बताते हैं कि ऑप्शनल सब्जेक्ट जियोग्राफी था, लेकिन इंटरव्यू में बोर्ड ने उनसे मिडिल ईस्ट के करंट पॉलिटिक्स पर काफी सवाल पूछे. इजराइल हमास युद्ध से भी सवाल पूछे गए. ईरान के सैन्य कमांडर का क्या नाम था और उसे कहां मार गिराया था. यह भी पूछा गया कि आप डीएसपी बनते हैं तो करप्शन को कैसे खत्म करेंगे? सौरभ ने जवाब दिया कि सामूहिक भागीदारी से इसे खत्म किया जा सकता है.
बीपीएससी का बदला है सिलेबसः सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले को खास टिप्स दिए. कहा कि जो सिविल सर्विसेज परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं. जिनका इस बार परीक्षा में चयन नहीं हो पाया है, वे तैयारी को अच्छे से करें. उन्होंने अपील की है कि बीपीएससी का सिलेबस काफी बदला है. सिलेबस को अच्छे से समझें. पढ़ने और लिखने की आदत डालने के साथ-साथ सिलेबस को ही गंभीरता से अध्ययन करें. खुद को मोटिवेटेड रखें और इंटरव्यू के दौरान अपने चेहरे पर नेचुरल कॉन्फिडेंस लेवल बनाए रखें.
माता-पिता को सौरभ पर गर्वः सौरभ के पिताजी अमर कुमार ने कहा कि वह कोल इंडिया में अधिकारी के पद से रिटायर हुए हैं. मीडिया के माध्यम से बेटे की उपलब्धि की जानकारी मिली तो विश्वास नहीं हुआ. सौरभ की मां नीलम देवी ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर काफी गर्व है. नाते रिश्तेदारों के यहां से कल रात से ही लगातार फोन आ रहे हैं. मां ने कहा कि अब बेटा अधिकारी भी बन गया है. अब उन्हें उसके करियर की कोई चिंता नहीं बस अब उनकी जिम्मेदारी है कि बेटे की शादी करा दें.
यह भी पढ़ेंःपिता किसान बेटा बना अफसर, BPSC में आकाश कुमार को 9वां रैंक, बोले- 'मेहनत का कोई विकल्प नहीं'