पटना: बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में पुस्तक मेला का आयोजन किया जा रहा है. इसको लेकर तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई है. मेला का आयोजन 1 दिसंबर से किया जा रहा, जो 12 दिसंबर तक चलेगा. इस संबंध में बुधवार को पटना पुस्तक मेला के संयोजक अमित झा ने कई अहम जानकारी दी.
सीता को शक्ति के रूप में किया जाएगा प्रदर्शित:दरअसल, राजधानी पटना के गांधी मैदान में आगामी 1 दिसंबर से सीआरडी पुस्तक मेला शुरू होने जा रहा है, जो 12 दिसंबर तक चलेगा. स्त्री नेतृत्व के थीम पर इस पुस्तक मेला का आयोजन किया जा रहा है, जहां इस बार सीता को शक्ति के रूप में प्रदर्शित कर एक विशेष कार्यक्रम किया जाएगा. भारत के इतिहास में पहली बार सीता जी के जीवन को लेकर किसी साहित्य सम्मेलन में प्रस्तुत किया जाएगा.
लोकप्रिय गायक सत्येंद्र होंगे शामिल:वहीं, पटना पुस्तक मेला के संयोजक अमित झा ने बताया कि सीता माता से ही बिहार की पहचान है. ऐसे में इस बार सीता जी के जीवन और उनके नेतृत्व को गीत कथा के जरिए प्रस्तुत किया जाएगा. इसकी प्रस्तुति बिहार के लोकप्रिय गायक सत्येंद्र संगीत करेंगे. इसके अलावा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम होंगे. जहां कला, साहित्य, संस्कृति और पत्रकारिता जगत के अनेक दिग्गज शामिल होंगे. इन सभी से पाठकों का सीधा संवाद होगा. पुस्तक मेला में आर्ट गैलरी का भी निर्माण होगा जिसमें राष्ट्रीय स्तर के नामचीन सहित युवा कलाकारों की कला प्रस्तुति होगी. इसके साथ ही पुस्तक मेला फिल्म फेस्टिवल के अंतर्गत लघु फिल्में दिखाई जाएंगी.
"पुस्तक मेला में 80 प्रकाशक आ रहे हैं जिनका स्टॉल लगेगा. इसके अलावा नुक्कड़ नाटक, नई किताब, कॉपी हाउस, सुर संगीत काव्य गोष्ठी, मुशायरा, कवि सम्मेलन इत्यादि कार्यक्रम भी किए जाएंगे. नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी को भी निमंत्रण भेजा गया है. लेकिन अभी स्वीकृति नहीं मिला है. मोटिवेशनल स्पीकर खान सर से भी टीम लगातार टच में है कि वह कुछ समय पुस्तक मेला के लिए निकाले. स्कूली बच्चों और दिव्यांगों के लिए प्रवेश निशुल्क है और कॉलेज के बच्चों के लिए सोमवार से शुक्रवार तक कॉलेज आईडी कार्ड पर प्रवेश निशुल्क है. आम लोगों के लिए 20 का टिकट है." - अमित झा, संयोजक, पुस्तक मेला
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