पटना:बोचहां विधानसभा उपचुनाव का रिजल्ट (Bochaha By Election Result) 16 अप्रैल यानि शनिवार को आने वाला है. इससे पहले बीजेपी और आरजेडी की तरफ से लगातार जीत के दावे हो चुके हैं. मुकेश सहनी की पार्टी की तरफ से भी जीत होने की बात कही जा रही है. जनता ने उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 12 अप्रैल को ही ईवीएम में बंद कर दिया है. ऐसे तो मुकाबला आरजेडी और बीजेपी के बीच ही है, लेकिन मुकेश सहनी ने भी पूरी ताकत लगाई है. इसी कारण बोचहां उपचुनाव की जीत और हार को प्रतिष्ठा से भी जोड़ा जा रहा है. इस सीट पर 59.20 प्रतिशत मतदान हुए थे.
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आरजेडी के पास है एमवाई वोटर्स का सपोर्टः मुजफ्फरपुर जिले की बोचहां विधानसभा की सीट वीआईपी विधायक मुसाफिर पासवान के असमय निधन के कारण खाली हुई है. मुसाफिर पासवान के बेटे अमर पासवान को आरजेडी ने टिकट दे दिया जो मजबूत दावेदारों में से एक हैं. अमर पासवान के साथ पासवान समाज का सिंपैथी वोट के साथ-साथ मुस्लिम और यादव वोट बैंक भी है. वहीं बीजेपी ने बेबी कुमारी को इस बार टिकट दिया है. 2020 में वीआईपी को सीट दिए जाने के कारण बेबी कुमारी का टिकट कट गया था.
BJP को जिता सकते हैं अपर कास्ट वोटर्सःबेबी कुमारी पहले विधायक रह चुकी हैं, जो धोबी समाज से आती हैं. बोचहां में धोबी समाज का वोट ऐसे तो बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन पिछड़ा, अति पिछड़ा वोट के साथ अपर कास्ट का वोट मिलने की उम्मीद बीजेपी को है. बीजेपी को अपर कास्ट के साथ कुर्मी, कुशवाहा और पिछड़ा, अति पिछड़ा वर्ग का वोट मिलने की उम्मीद है. बीजेपी को यह भी उम्मीद है कि पासवान और मल्लाह समाज के लोग भी बीजेपी के पक्ष में ही वोट किए होंगे.
VIP को मल्लाह समाज से उम्मीदःमुकेश सहनी ने आरजेडी के कद्दावर नेता और कई बार वहां से विधायक रह चुके रमई राम की बेटी गीता देवी को टिकट दिया है. रमई राम मंत्री भी रह चुके हैं. रमई राम आरजेडी से बगावत कर वीआईपी में शामिल हुए हैं. वीआईपी को मल्लाह समाज का वोट मिलना तय माना जा रहा है. साथ ही रमई राम को अपनी कास्ट का भी अधिकांश वोट मिलने की उम्मीद है, इसलिए बोचहां विधानसभा उपचुनाव दिलचस्प बन गया है.आरजेडी को अपने जातीय समीकरण से पूरी उम्मीद है.
सभी दलों के अपने-अपने दावे: बता दें कि बोचहां विधानसभा उपचुनाव का रिजल्ट 16 अप्रैल यानि कल आएगा. तब तक सभी दलों की धड़कन बढ़ी रहेगी. बोचहां में 13 उम्मीदवार चुनाव लड़े हैं और सबका भाग्य ईवीएम में कैद हो चुका है. बोचहां सीट की हार जीत से सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन बीजेपी बोचहां सीट जीतती है तो विधानसभा में सदस्यों की संख्या बढ़कर 78 हो जाएगी और यदि आरजेडी सीट जीतती है तो उसकी सदस्य संख्या बढ़कर 76 हो जाएगी, जो बीजेपी के 77 से केवल 1 सीट कम होगी.