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Bihar Politics: 'नीतीश अगर PM पद के उम्मीदवार हुए तो BJP को 400 सीटें आएंगी'.. बोले सम्राट चौधरी - बिहार पॉलिटिक्स

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं दिल्ली में पहले तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राहुल गांधी अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की. अब ममता बनर्जी और अखिलेश यादव से मिलने गये हैं. भाजपा विरोधी नेताओं को एकजुट करने की नीतीश की मुहिम पर भाजपा ने तंज कसा है.

सम्राट चौधरी
सम्राट चौधरी

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Published : Apr 24, 2023, 3:25 PM IST

सम्राट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा.

पटनाः भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में चुनौती देने के लिए तमाम विपक्षी नेता एक दूसरे से मिल रहे हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा विरोधी दल के तमाम नेताओं को एकजुट (Efforts to unite anti BJP party) करने का प्रयास कर रहे हैं. नीतीश कुमार ने दिल्ली यात्रा के दौरान कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं से मुलाकात की थी. अब दूसरे चरण में नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश दौरे पर हैं.

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नीतीश पर सम्राट चौधरी का तंज: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कर रहे हैं. मुख्यमंत्री की मुहिम को भाजपा ने खारिज किया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार अगर विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे तो भाजपा को पूरे देश में 400 से अधिक सीटें आएगी. उन्होंने कहा कि वैसे भी प्रधानमंत्री पद को लेकर कोई वैकेंसी नहीं है.

"नीतीश कुमार को पहले तो यह बताना चाहिए कि वह बाराती हैं या दूल्हा. नीतीश बाबू बिहार के मुख्यमंत्री हैं, बिहार की चिंता करनी चाहिए. नीतीश कुमार अगर विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे तो भाजपा को पूरे देश में 400 से अधिक सीटें आएगी"- सम्राट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा

विपक्षी एकता की कवायदः बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी ताकत को एकजुट करने में लगे हुए हैं. इसी कड़ी में सोमवार को उन्होंने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की. उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से भी मिलेंगे. नीतीश कुमार के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन दोनों को कांग्रेस के साथ लाना है. टीएमसी, सपा के साथ ही कई और विपक्षी दल हैं जो देश में गैर बीजेपी और गैर कांग्रेसी सरकार के पक्ष में हैं. ऐसे में नीतीश के लिए इन दोनों को मनाना आसान नहीं होगा.

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