जेडीयू पर बीजेपी का पलटवार पटना: लोकसभा सत्र समय से पहले समाप्त किए जाने पर जदयू प्रवक्ताओं की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर निशाना साधा गया था लेकिन बीजेपी के नेता जदयू प्रवक्ताओं के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के फैसलों पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने ट्वीट कर कहा कि ललन सिंह ने भी सत्र पहले समाप्त हो इसमें सहमति दी थी. अब पार्टी के अंदर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी हो रही है. (bjp State President Sanjay Jaiswal) (JDU National President Lalan Singh)
पढ़ें-जदयू का आरोप, जानबूझकर संसद के कार्य अवधि को कम कर रही है केंद्र सरकार
जेडीयू पर बीजेपी का पलटवार:संसद सत्र 29 दिसंबर तक चलना था लेकिन उससे पहले ही समाप्त कर दिया गया. इसी पर जदयू प्रवक्ताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार के रवैए पर सवाल खड़ा किया था लेकिन जदयू खुद सवालों के घेरे में आ गई है. बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल का कहना है संसद सत्र की समाप्ति को लेकर कार्य मंत्रणा समिति की बैठक हुई थी. सब की सहमति के बाद ही जो सत्र 29 दिसंबर को समाप्त होना था उसे पहले 22 दिसंबर को समाप्त कर दिया गया.
"ललन सिंह की भी सहमति थी क्योंकि उन्होंने भी हस्ताक्षर किया है. वहीं उनके प्रवक्ता खुलकर सत्र छोटा करने को लेकर विरोध में बोल रहे हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष और पार्टी प्रवक्ताओं का लाइन एक नहीं है और जदयू में तो इतिहास रहा है राष्ट्रीय अध्यक्ष चाहे जॉर्ज फर्नांडिस हो, जया जेटली हो , शरद यादव हो या फिर आरसीपी सिंह सबके साथ नीतीश कुमार ने ऐसा ही व्यवहार किया है तो अब ललन सिंह की बारी है"- प्रेम रंजन पटेल, बीजेपी प्रवक्ता
ललन सिंह को लेकर बीजेपी ने जदयू को घेरा:असल में आज सबसे पहले संजय जायसवाल ने ट्वीट कर जदयू प्रवक्ताओं के रवैया पर निशाना साधते हुए कहा था कि ललन सिंह को निकालने की तैयारी हो रही है. उसी के बाद बीजेपी को मुद्दा मिल गया. हालांकि जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने सफाई देते हुए कहा कि संजय जायसवाल ने गठबंधन के जड़ में मट्ठा डालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और उन्हें आभास हो गया है कि उनके दिन लदने वाले हैं. अध्यक्ष की कुर्सी जाने वाली है.
"संजय जायसवाल राजनीतिक और मानसिक रूप से दिवालिया हो गए हैं इसलिए इस तरह का बयान दे रहे हैं. हम लोगों ने जो प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है अगर उसे समझते तो तथ्यों के हिसाब से ही अपनी बात रखते. हम लोगों ने इस सत्र के अलावे पहले के सत्रों के बारे में भी कहा है और जिस प्रकार से अध्यादेश जारी हो रहा है उसको लेकर अपनी बात रखी है. भाजपा के लोग तो पूर्ण बहुमत में है इसलिए जो निर्णय लेंगे वह पारित तो होगा ही. इसमें अन्य दल की क्या सहभागिता हो सकती है. मैंने एक सत्र की बात नहीं की है."- अभिषेक झा, प्रवक्ता जदयू
क्या है मामलाःचीन के साथ सीमा पर तनाव के मुद्दे पर चर्चा कराने की विपक्ष की मांग के बीच संसद का शीतकालीन सत्र अपने निर्धारित समय से छह दिन पहले शुक्रवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने निचले सदन की बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने से पहले अपने पारंपरिक संबोधन में कहा कि 17वीं लोकसभा का 10वां सत्र समाप्त हो रहा है जिसकी शुरुआत 7 दिसंबर को हुई थी. उन्होंने बताया, 'इस सत्र के दौरान 13 बैठकें हुईं, जिनमें 68 घंटे 42 मिनट कामकाज हुआ. इस सत्र की कार्य उत्पादकता लगभग 97 प्रतिशत रही.'