पटनाःबिहार के शिक्षा मंत्री का रामचरितमानस पर बयान (controversial statement on Ramcharitmanas) को लेकर घमासान मचा है. BJP प्रवक्ता निखिल आनंद ने शिक्षा मंत्री पर निशाना साधा. कहा कि मंत्री के पास वक्त था जब शिक्षा के लिए कुछ कर सकते थे. उच्च विद्यालय को सुधारना चाहिए था लेकिन रामचरितमानस के बारे में अनर्गल टिप्पणी कर हिन्दू धर्म विरोधी भावना का प्रचार किया है. एक बयान में कहा है कि इस्लाम, मोहब्बत इमान का प्रचार करने वाला अकेला धर्म है. इससे लगता है कि RJD की मुस्लिम तुष्टीकरण के आधार पर यह जानबुझकर बयान दिया गया है. जिसको RJD प्रदेश अध्यक्ष और तेजस्वी यादव समर्थन कर रहे हैं.
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"राष्ट्रीय जनता दल के नेता मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं. रामचरितमानस को लेकर मंत्री ने आपत्तिजनक टिप्पणी की और पूरी पार्टी उनके समर्थन में है. यहां तक कि मुख्यमंत्री को भी शिक्षा मंत्री ने उलट कर जवाब दे दिया. इससे साप है RJD सीएम को कुर्सी से हटाना चाहती है ताकि तेजस्वी सीएम बन सके." - निखिल आनंद, भाजपा प्रवक्ता
सीएम को भी हड़काया गयाःबिहार कैबिनेट के भीतर जब सीएम ने उन्हें कहा कि अनर्गल प्रलाप नहीं करें. जिसपर उन्होंने सीएम को भी हड़का दिया. कहा कि वो अपने बात पर अड़े हैं. यह तेजस्वी यादव के सामने हुआ. इससे पहले भी सुधाकर सिंह को सीएम ने कुछ कहा था तो तेजस्वी के सामने ही फाइल पटक कर चले गए थे. इससे साफ है कि RJD सीएम को हड़काकर तंगकर उनको भगाना चाहती है. साथ ही सीएम की कुर्सी कब्जा करना चाहती है. शिक्षा मंत्री के बयान का भी RJD समर्थन कर रही है.
भगवान श्रीराम का अपमानःRJD हिन्दू धर्म का अपमान कर भगवान श्रीराम का अपमान कर रही है. जगदानंद सिंह ने भी कहा कि श्रीराम मंदिर नफरत की जमीन पर बन रहा है. इससे साफ है कि ऐसे बयान निश्चित तौर पर कष्टदायक है. एक बहुसंख्यक समाज को अपमानित करने वाला है ताकि ये अल्पसंख्यक समान का वोट बैंक ले सके. RJD नीतीश कुमार को हटाकर खुद कुर्सी पर कब्जा करना चाहती है इसलिए इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है.