पटना:बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (BJP State President Sanjay Jaiswal) ने तेजस्वी द्वारा बिहार में जातीय जनगणना (Bihar Caste Census) की मांग उठाने के सवाल पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर तेजस्वी पैदल मार्च करेंगे तो स्वस्थ रहेंगे, लेकिन देश में जातीय जनगणना नहीं हो सकती है. यह केंद्र सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इन सब बातों को समझते हैं और यही कारण है कि बिहार में गरीब जनता के विकास के लिए कई योजनानीतीश कुमारकी देखरेख में सभी विभाग द्वारा चलाया जा रहा है.
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बीजेपी का तेजस्वी पर हमला:संजय जायसवाल ने तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि वह लोग चाहते हैं कि 2005 से पहले जिस तरह का बिहार था, वही बिहार फिर से हो लेकिन ऐसा नहीं हो सकता है. क्योंकि बिहार की जनता सब कुछ देख रही है कि किस तरह से केंद्र और राज्य की सरकार गरीब जनता के लिए ज्यादा से ज्यादा फायदे की योजना लाकर उन्हें लाभान्वित कर रही है. तेजस्वी यादव ऐसे ही कुछ से कुछ मुद्दा लेकर जनता को बरगलाने की कोशिश करते हैं, जबकि जनता उनकी बातों को अच्छी तरीके से समझ चुकी है. मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं कि बिहार फिर से 1990 से 2005 के कार्यकाल की तरह अंधकार में जाएगा, वह सपना कभी पूरा नहीं होगा.
"सीएम नीतीश कुमार का स्डैंड पहले से क्लियर है. जातीय जनगणना पर बीजेपी का सिर्फ मानना है कि प्राथमिकता गरीब हैं. जो गरीब हैं उन्हें सुविधाएं देने के लिए ये जनगणना होती है. जनगणना कभी भी कास्ट बेसिस पर नहीं हुई है. केंद्र की योजना बिल्कुल साफ है. हम गरीबों के लिए योजना चलाते हैं. सीएम नीतीश को भी आभार. आयुष्मान भारत में जो राशन कार्डधारी छूट गए थे, वैसे 86 लाख गरीबों को केंद्र की तरह बिहार सरकार ने भी 5 लाख का स्वास्थ्य योजना देने का काम किया है."- संजय जायसवाल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष
जातीय जनगणना पर सियासत तेज:गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना राज्य सरकार की ओर से कराए जाने की बात कही थी. और इसके लिए सर्वदलीय बैठक बुला कर फैसला लेने की बात भी कही थी लेकिन कई महीने हो गए हैं और सर्वदलीय बैठक अब तक नहीं हुई और ना ही जातीय जनगणना पर कोई फैसला हुआ है. इसीको लेकर तेजस्वी यादव लगातार अपनी नाराजगी जता रहे थे. और इसे मुद्दा भी बना रहे थे. अब मुख्यमंत्री ने समय दिया है तो देखना है कि तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार के बीच मुलाकात होती है और मुलाकात में क्या कुछ फैसला होता है.