आरजेडी मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव पटना: बिहार में नालंदा और सासाराम हिंसा को लेकर राजनीतिक बयानबाजी जारी है. महागठबंधन में शामिल आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव (RJD chief spokesperson Shakti Singh Yadav) ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरीआज भी सरकार के कार्रवाई पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. आज सुबह ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने राज्यपाल से मुलाकात किया और इस मामले के उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
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"यह उत्तर प्रदेश नहीं है, बिहार है यहां कानून का राज है. जो उचित कार्रवाई होना चाहिए, वही यह सरकार कर रही है. इसके बावजूद भी बीजेपी के लोग कह रहे हैं कि कार्रवाई बिल्कुल गलत है. जिन्होंने गलत किया था, उसपर कार्रवाई हुई है. किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया गया है".-शक्ति सिंह यादव, मुख्य प्रवक्ता, राष्ट्रीय जनता दल
यूपी नहीं यह बिहार है: आरजेडी मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने इस मसले पर कहा है कि याद रहे यह उत्तर प्रदेश नहीं है. यह बिहार है. यहां कानून का राज है. जो उचित कार्रवाई इस हिंसा को लेकर होना चाहिए, सरकार कर रही है. इसके बावजूद भी बीजेपी के लोग कह रहे है वह कार्रवाई बिल्कुल गलत है. जिन्होंने गलत किया था, उसपर कार्रवाई हुई है. किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया गया है.
बीजेपी नेताओं में आपसी सामंजस्य नहीं: आरजेडी नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि बिहार बीजेपी में जो स्थिति बनी हुई है. उससे लगता है कि वहां नेताओं के बीच आपसी सामंजस्य नहीं है. यही कारण है कि नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा दिन में चार बार प्रेस से बात करते है. पार्टी के दो बड़े नेता सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा में किसी भी तरह का बयान देने के लिए होड़ मचा हुआ है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग कहते है कि हिंदुत्व को खतरा है. लेकिन प्रधानमंत्री कर्नाटक में वोट लेने के लिए बजरंगवली की शरण में चले गए है.
धर्म के नाम पर बीजेपी कर रही राजनीति: उन्होंने कहा कि चुनाव के समय में ऐसा करना कहीं से उचित नहीं है. पूरे देश की जनता देख रही है कि सनातन धर्म के नाम पर देश में क्या-क्या किया जा रहा है. किस तरह लोगों की भावना से खेलने का प्रयास हो रहा है. बीजेपी के लोग देश भर में हो रहे विपक्षी एकता से इतना घबरा गए है कि अब वो धर्म का सहारा लेकर वोट मांगने में लगे हुए हैं. इससे उनलोगों को कोई फायदा नहीं होने वाला है. यहां की जनता उड़ती चिड़ियां का पंख गिनती है. वो इनके बातों में फंसने वाले नहीं है.