पटनाः बिहार की सियासत में एक बार फिर सरगर्मी बढ़ गई है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी किशनगंज में असदुद्दीन ओवैसी के साथ सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर 29 दिसंबर को सभा करने वाले हैं. इसको लेकर बीजेपी ने सवाल खड़े करते हुए महागठबंधन से अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है.
मांझी-ओवैसी की सभा को लेकर बोली बीजेपी- अपना रुख स्पष्ट करे महागठबंधन - सांप्रदायिक राजनिति को बढ़ावा
किशनगंज में सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर 29 दिसंबर को जीतन राम मांझी की असदुद्दीन ओवैसी के साथ सभा को लेकर बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए सांप्रदायिक राजनीति को लेकर अपना रूख स्पष्ट करने को कहा है.
महागठबंधन पर साधा निशाना
बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कांग्रेस और आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि महागठबंधन सीएए और एनआरसी के बाद जिस तरह मुस्लिम समुदाय को भड़काकर सांप्रदायिक राजनीति कर रही है. मांझी का ओवैसी के साथ होना क्या उसी का एक तरीका है?
ओवैसी की बढ़ती सक्रियता चिंता का विषय
निखिल आनंद ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा देने वाले बड़े चेहरे हैं. जीतन राम मांझी का उनसे गठजोड़ करना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि ओवैसी की सीमांचल की तरफ बढ़ती सक्रियता राज्य के लिए चिंता का विषय है.